Atal Gyan Kendra Library: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ग्रामीण अंचल के युवाओं के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें दूर-दराज या जिला मुख्यालयों पर लाईब्रेरी अध्ययन के लिए नहीं आना पड़ेगा। उन्हें अब पंचायत स्तर पर ही आधुनिक लाइब्रेरी की सुविधा का लाभ मिल सकेगा। हालांकि पहले चरण में प्रदेश की 2 हजार 126 ग्राम पंचायतों पर अटल ज्ञान केंद्र बनाए जाएंगे। इसमें युवाओं को ई-लाइब्रेरी की सुविधा मिल सकेगी। अगर सब कुछ सही रहा तो इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य पंचायतों में भी इसका विस्तार किया जाएगा। सरकार ने यह केंद्र खोलने के लिए गाइड लाइन निर्धारित की है, जिसके तहत यह 3 हजार सेे जनसंख्या वाले पंचायत मुख्यालयों में ही अटल ज्ञान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
इस योजना के तहत ई-पुस्तकों के साथ-साथ विभिन्न भाषाओं के पत्र-पत्रिकाओं और इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। ई-लाइब्रेरी को पंचायत मुख्यालयों में ही भारत निर्माण सेवा केंद्र के कक्ष में संचालित किया जाएगा। इस योजना में बूंदी की 32 ग्राम पंचायत शामिल है। सबसे ज्यादा ई-लाइब्रेरी नागौर जिले में 157 व सबसे कम गंगानगर में 2 जगहों पर केंद्र स्थापित होगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव डॉ. जोगाराम की ओर से जारी आदेश के अनुसार बजट घोषणा 2025-26 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सुशासन दिवस के मौके पर प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर चरणबद्ध रूप से अटल ज्ञान केंद्र बनाने की घोषणा की गई थी। जिसमें इन ज्ञान केंद्रों में प्रेरकों द्वारा युवाओं को रोजगार प्रशिक्षण एवं ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था के साथ-साथ आमजन को विभिन्न विभागों की सेवाएं सुलभ कराने की सुविधा मिलेगी।
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अटल प्रेरकों का होगा चयन
अटल ज्ञान केंद्रों में अटल प्रेरकों का चयन किया जाएगा। आमजन के लिए आकर्षक एवं उपयोगी बनाने के लिए अटल प्रेरकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। बकायादा इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे आमजन को स्वरूचि के साथ सीखने के लिए प्रेरित कर सकें। इसके साथ ही प्रत्येक अटल ज्ञान केंद्र पर अटल प्रेरकों की नियुक्ति की जाएगी। प्रत्येक अटल ज्ञान केंद्र के निर्माण में कुल 12.50 लाख रुपए की लागत आएगी। इसमें हॉल निर्माण में 8 लाख, फर्नीचर एवं वायरिंग राशि में 2.45 लाख, कम्प्यूटर पर 2 लाख रुपए का खर्चा आएगा।
20 अभ्यर्थी एक बार में बैठेंगे
अटल ज्ञान केंद्र में बनने वाले ई-लाईब्रेरी के लिए भू-तल पर 36 बाय 20 का हॉल का निर्माण होना है। ई-लाइब्रेरी में एक समय पर 20 अभ्यर्थी पढ़ाई कर सकेंगे, जिसमें कम से कम 4 वर्क स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। कम्प्यूटर और फर्नीचर की व्यवस्था भी होगी। जिससे विद्यार्थियों को पढ़ाई में कोई कठिनाई नहीं हो। यह लाइब्रेरी केवल परीक्षा की तैयारी के लिए नहीं, बल्कि ग्रामीणों को अपनी रुचि के अनुसार कुछ नया सीखने के लिए भी एक गतिविधि केंद्र के रूप में कार्य करेगी।
जिले की ग्राम पंचायतों में ई-लाइब्रेरी का निर्माण एक सकारात्मक पहल है। इससे ग्रामीण अंचल के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा के साथ आमजन को ई-लाइब्रेरी की सुविधा का लाभ मिलेगा। बजट घोषणा के तहत तीन हजार से अधिक आबादी वाली पंचायत मुख्यालय पर अटल ज्ञान केंद्र स्थापित किए जाएगें। जिसके तहत बूंदी जिले में 32 पंचायत में इसका निर्माण कराया जाएगा। प्रत्येक केंद्र के लिए बजट निर्धारित है।