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छिंदवाड़ा

हाय गर्मी…सूरज की वक्र दृष्टि से जल स्तर में गिरावट, अगले 15 दिन बाद क्या होगा

-शहर में नियमित के साथ सौ बोर से हो रही पेयजल आपूर्ति, निगम ने स्वीकारा-हैंडपंप में बढ़ाने पड़ेंगे पाइप

छिंदवाड़ाMar 24, 2025 / 11:44 am

manohar soni

Residents are bringing water

जरूरत के लिए दूर दराज से पानी ला रहे रहवासी।

मार्च का अंतिम सप्ताह आते ही सूरज की वक्रदृष्टि शहरी और ग्रामीण इलाकों में पेयजल समस्या खड़ी कर रही है। जहां बोर से पेयजल आपूर्ति हो रही है,वहां जल स्तर कम हो रहा है। इससे नगर निगम को अगले 15 दिन में पेयजल पाइप बढ़ाने पड़ेंगे। अगले तीन माह अप्रैल से जून तक स्थानीय आबादी के लिए मुश्किल भरे होंगे।
छिंदवाड़ा शहर की पेयजल आपूर्ति में कन्हरगांव डैम और माचागोरा जलाशय जुड़े है। इसकी पाइप लाइन से करीब 2.50 लाख आबादी को नियमित पेयजल मिल पा रहा है। शेष करीब 1 लाख लोगों को बोर से पानी पहुंचाया जा रहा है। पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति होने से कहीं संकट नहीं बना है लेकिन बोर से आपूर्ति होनेवाले इलाकों में अभी से जल स्तर घटने की सूचनाएं निगम में पहुंचने लगी है। इससे अगले 15 दिन में पेयजल संकट उत्पन्न होने के आसार है।

वर्ष 2018 में बना था बड़ा पेयजल संकट
वर्ष 2018 में शहर के अंदर सबसे बड़ा पेयजल संकट बन गया था, जब अल्प बारिश हुई थी। इसका असर वर्ष 2019 तक बना रहा। जब तक नगर निगम के अधिकारी शहर से 35 किमी दूर तक माचागोरा डैम के समीप जम्होड़ी पंडा तक पाइप लाइन नहीं बिछा पाए। इस दौरान शहर पेयजल संकट से जूझता रहा। इसके उपरांत शहर में अमृत योजना-1 से पेयजल टंकी बनी और आसपास के 14 ग्रामों तक पानी पहुंचाया गया। हालांकि अभी भी कुछ ्रग्राम और कॉलोनियों में पेयजल पहुंचना शेष है, जिनके लिए अमृत योजना 2.0 के तहत 74 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इससे पहले छिंदवाड़ा शहर में वर्ष 1986 से पहले पेयजल संकट था। उसके बाद कन्हरगांव डैम के निर्माण के साथ पेयजल समस्या का अंत हुआ था।

मार्च में ही यहां दिखाई दी पेयजल किल्लत
वार्ड नं.47 में बोर की मोटर खराब होने से बोंडे कॉलोनी, फुकट नगर,कैलाश विहार,बालाजीधाम कॉलोनी में पेयजल संकट बना हुआ है। इससे पहले हाल ही में परासिया रोड में ग्राम कुण्डालीकला में निर्मित पिंक सिटी कॉलोनी में महिलाओं की दूरदराज से पानी लाती तस्वीरें दिखाई दी। इसके अलावा शिकायत वार्ड क्रमांक 22 शक्कर मिल टेकड़ी में पानी टैंकर न पहुंचने की थी। एक और स्थायी शिकायत सुकलूढाना की है,जहां पहाड़ी ऊंचाई होने से मौजूद बसाहट में हमेशा पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये भी व्यवस्थागत खामियां है, जहां पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

57 पेयजल टंकी से 37 हजार नल कनेक्शन
नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार 48 वार्ड की 2.76 लाख आबादी को पेयजल आपूर्ति करने घरेलू और सार्वजनिक रूप से 37678 नल कनेक्शन दिए गए हैं। कन्हरगांव और माचागोरा डैम का पानी 57 पेयजल टंकी तथा 100 बोर के माध्यम से घर-घर पहुंचता है। प्रति व्यक्ति पानी की राष्ट्रीय औसत खपत 135 लीटर है।

इनका कहना है….

तापमान में वृद्धि के चलते शहर के कुछ इलाकों में बोर का पेयजल स्तर कम हुआ है। भविष्य में पेयजल के इंतजाम बढ़ाने पड़ेंगे। फिलहाल निगम के समक्ष आ रही पेयजल समस्याओं का समाधान करने निगम प्रयासरत है।
-विवेक चौहान, प्रभारी अधिकारी,जलप्रदाय नगर निगम

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