दरअसल, पूरा मामला चांदामेटा बुटारिया का बताया जा रहा है। यहां के निवासी 58 वर्षीय महमूद खान की बेटी का निकाह चल रहा था। रविवार की रात बारात आ चुकी थी। निकाह की रस्में पूरी की जा रही थी। महमूद खाने मेहमानों का स्वागत कर रहे थे। इसी दौरान उनके सीने में तेज दर्द उठा। जिसके वह जमीन पर गिर पड़े। परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें परासिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी लगते ही परिजनों ने समझदारी से काम लिया और बेटी की शादी की रस्में पूरी करके उसकी विदाई कराई। इसके बाद सोमवार की सुबह पिता को कब्रिस्तान में दफनाया गया। इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी।