ऋषभ पंत से लेकर यशस्वी जायसवाल तक ने आसान कैच छोड़े। हालांकि सबसे ज्यादा लचर तो जायसवाल नजर आए, जिसने इस मैच में 4 आसान कैच छोड़ दिए। इसके अलावा बुमराह से भी एक फॉलोथ्रू में कौच छूटा। बुमराह की गेंद पंत ने भी एक आसान कैच छोड़ा। पहले सत्र में टीम इंडिया को खाली हाल लौटना पड़ा। दूसरे सत्र में 152 रन लुटाने के बाद 4 विकेट हाथ लगे। 67वें ओवर में जब इंग्लैंड ने सिर्फ 4 विकेट गंवाकर 3 के आंकड़े को पार कर लिया, तब भारतीय फैंस की उम्मीदें टूट गईं। इसके बाद एक विकेट और गिरा लेकिन तब तक जीत इंग्लैंड की झोली में जा चुकी थी। सोशल मीडिया पर जायसवाल की जमकर आलोचना होने लगी। जायसवाल इस हार की सबसे बड़ी वजहों में से एक रहे। उन्होंने एक या दो नहीं बल्कि मैच में कुल 4 कैच टपकाए।
कैच बिना मैच जीतना मुश्किल
क्रिकेट की सबसे पुरानी एक कहावत है कि कैच छोड़ो मैच छोड़ो। जायसवाल ने पहली पारी में ही इंग्लैंड के 3 बल्लेबाजों को जीवनदान दिया। दूसरी पारी में भी उन्होंने तब कैच छोड़ा, जब भारतीय टीम को विकेट की शख्त जरूरत थी। मोहम्मद सिराज की गेंद पर बेन डकेट ने गेंद को लेग साइड में उड़ाया। जायसवाल के हाथ में गेंद गई लेकिन फिर उन्होंने पहली पारी की तरह टपका दिया और फैंस को निराश कर दिया। इस हार ने टीम इंडिया की कई कमजोरियों को उजागर किया, हालांकि कुछ अच्छी चीजें भी सामने आईं, जैसे विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना बल्लेबाजों ने मैच में 800 से ज्यादा रन बनाए। बुमराह तय में नजर आए। शुभमन गिल ने भी विदेशों में अपने खराब फॉर्म के सिलसिले को तोड़ा।