बारिश के समय मेजबान टीम बिना किसी नुकसान के 181 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी, उसे 190 रन की दरकार थी। तभी बारिश ने मुकाबले में खलल डाला और खेल को रोकना पड़ा। भारतीय गेंदबाज तब तक विकेट के लिए तरसते रहे।
बने डकेट और जैक क्रॉली ने न केवल अपनी चौथी शतकीय साझेदारी दर्ज की, बल्कि एलिस्टर कुक और एंड्रयू स्ट्रॉस के बाद 2,000 से अधिक रन बनाने वाली पहली इंग्लिश ओपनिंग जोड़ी भी बन गई। बारिश के समय बेन डकेट 105 रन बनाकर डटे हुए थे। यह उनके टेस्ट करियर का छठा शतक है। वहीं जैक क्रॉली 59 रन बनाकर क्रीज पर जमे थे।
इस जोड़ी ने शुरुआत में सावधानी बरती, खासकर फ्लडलाइट्स में नई गेंद के खिलाफ, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर के आने के बाद उन्होंने सहजता हासिल कर ली। डकेट ने बाउंड्री की झड़ी लगाकर स्कोरिंग रेट बढ़ाया, उन्होंने 66 गेंदों पर शानदार स्ट्रोक्स – मुख्य रूप से कट और पुल के जरिए – के साथ अपना अर्धशतक पूरा किया, जबकि कुछ साहसिक स्कूप भी लगाए जो सफल नहीं हुए।
भारत के लिए सबसे अच्छा मौका सत्र के अंत में आया, जब बुमराह ने बाएं ओर डाइव करते हुएकराली का एक हाथ से तेज रिटर्न कैच छोड़ दिया। इससे पहले, क्राली सिराज के एलबीडब्ल्यू रिव्यू से बच गए, जिसमें बॉल-ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद लेग स्टंप के ऊपर से उछली होगी। हालांकि गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा, खासकर बुमराह ने, लेकिन मैदान से समर्थन की कमी और चूके हुए मौकों ने इंग्लैंड को नियंत्रण में रखा।