लॉर्ड्स में चटकाए 7 विकेट
बुमराह ने लॉर्ड्स टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पहली पारी में 5/74 और दूसरी पारी में 2 विकेट लेकर इंग्लैंड को 192 रनों पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। उनकी सटीक लाइन-लेंथ और घातक यॉर्कर ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। हैरी ब्रूक जैसे आक्रामक बल्लेबाज को बुमराह ने चकमा देकर बोल्ड किया, जो उनकी काबिलियत का सबूत है। उनकी इकॉनमी रेट 2.76 रही, जो दर्शाता है कि उन्होंने दबाव बनाए रखा। इस सीरीज में बुमराह ने अपनी गति और स्विंग का शानदार इस्तेमाल किया। उनकी औसत 19.48 और 47 टेस्ट में 217 विकेट (15 पांच विकेट हॉल) उनकी विश्वसनीयता को दर्शाते हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिडनी टेस्ट में पीठ की चोट के कारण उनकी फिटनेस पर सवाल उठे हैं। बीसीसीआई मेडिकल टीम ने उन्हें आराम की सलाह दी थी, और चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहने के बाद फैंस उनकी वापसी को लेकर उत्साहित हैं।
मैनचेस्टर की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार हो सकती है, और बुमराह की मौजूदगी भारत के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। अगर वे खेलते हैं, तो उनकी योजना होगी कि इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को जल्दी ढेर करें। फैंस को उम्मीद है कि बुमराह और जडेजा की जोड़ी मिलकर हार का बदला लेंगे और सीरीज को 2-2 से बराबर करेंगे।