बीच के ओवरों में फिर जूझे स्पिनर्स
पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम इंडिया की टेंशन भी साथ में बढ़ी। 5वें ओवर में मोहम्मद शमी की चोट फिर से उभर गई, जो भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है। हालांकि वह 10वें ओवर के बाद फिर मैदान पर लौट आए लेकिन गेंदबाजी में वह धार नजर नहीं आई। हार्दिक पंड्या ने टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई और उन्होंने बाबर आजम को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद साउद शकील और इमाम उल हक के बीच विकेटों के बीच दौड़ में थोड़ी सी कमी दिखी और अक्षर पटेल ने मिडविकेट से थ्रो कर स्टंप बिखेर दिया और दूसरा झटका दिया। इसके बाद तो भारतीय गेंदबाजों का वही हाल हुआ तो बांग्लादेश के खिलाफ हुआ था। 9वें से 33वें ओवर तक भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरसते रहे। मोहम्मद रिजावान ने इस बीच दो मौके भी दिए लेकिन एक बार कुलदीप यादव ने कैच छोड़ा तो एक बार हर्षित राणा ने जीवनदान दिया। आखिरकार इस साझेदारी को अक्षर पटेल ने तोड़ा और मोहम्मद रिजवान को बोल्ड कर दिया। इस विकेट के बाद पाकिस्तान के विकेटों की झड़ी लग गई और देखते ही देखते टीम ने 200 रन तक 7 विकेट गंवा दिए।
पाक के लिए ‘करो या मरो’
इससे पहले पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पाकिस्तान की टीम में फखर जमान की जगह इमाम उल हक को प्लेइंग 11 में शामिल किया गया तो भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ। भारतीय टीम ने पहले मुकाबले में बांग्लादेश को हराया था और पाकिस्तान को न्यूजीलैंड से हार मिली थी। पाकिस्तान के लिए यह करो या मरो जैसा मुकाबला है। अगर ग्रीन आर्मी हार गई तो वे सेमीफाइनल की रेस से यहीं बाहर हो जाएंगे, जबकि भारतीय टीम जीत के साथ अंतिम चार का टिकट पक्का करना चाहेगी।