इन तीन टीमों की राह सबसे मुश्किल
राजस्थान रॉयल्स, चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद ने 7 मैच खेले हैं और सिर्फ 2 में ही जीत हासिल की है। ये तीनों टीमें प्लेऑफ से बाहर होने की दहलीज पर खड़ी हैं। इन तीनों टीमों को अभी और 7-7 मैच खेलने हैं और अगर 7 में से 6 मैच जीतते हैं तो ही अगले दौर में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रहेंगी। ऐसे में अगर ये तीनों टीमें और 2-2 मैच हार जाएं तो इनके अगले दौर में पहुंचने की संभावनाएं धुंधली हो जाएंगी। मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी 7-7 मैच खेले हैं लेकिन उन्होंने 3-3 मैचों में जीत हासिल की है। इन दोनों टीमों को भी अभी और 7-7 मैच खेलने हैं और अगर अगले दौर में जगह पक्की करनी है तो बचे हुए 7 मैचों में से कम से कम 5 मैच जीतने होंगे। यानी अगर ये दोनों टीमें 3-3 मैच हार जाती हैं तो उनके अगले दौर में पहुंचने की संभावनाएं लगभग खत्म हो जाएंगी। लखनऊ 7 में से 4 मैच जीत चुकी है और अगर और 7 में से 4 मैच जीत लेती है तो वे प्लेऑफ की दहलीज पर पहुंच जाएंगे।
दिल्ली कैपिटल्स सबसे बड़ी दावेदार
पंजाब किंग्स, गुजरात टाइटंस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और दिल्ली कैपिटल्स ने 6-6 मैच खेले हैं। दिल्ली ने सिर्फ एक मैच गंवाया है तो बाकी तीनों टीमों ने 4-4 मैच जीते हैं और 2-2 गंवाए हैं। दिल्ली को प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की करने के लिए बचे हुए 8 में से सिर्फ 4 मैच जीतने होंगे। 4 मैच जीतते ही उनके कुल 18 अंक हो जाएंगे और आज तक 9 मैच जीतने वाली टीम प्लेऑफ से बाहर नहीं हुई है। दूसरी ओर पंजाब, बेंगलुरु और गुजरात को भी 18 अंक हासिल करने के लिए और 5-5 मैच जीतने होंगे और इन तीनों टीमों के पास 8-8 मैच बचे हैं।