धोनी के भविष्य पर बहस
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के टाइम आउट शो में पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और संजय बांगर ने CSK की टीम पर खुलकर बात की। बांगर ने कहा, “अगर मैं धोनी की जगह होता, तो मैं कहता—अब बहुत हो गया। मैंने वह सब खेल लिया जो मुझे खेलना था। फ्रैंचाइज़ी की सेवा की, लेकिन अब आगे बढ़ने का समय आ गया है।” बांगर का मानना है कि धोनी की उपस्थिति से टीम का संक्रमण काल धीमा हो सकता है, जबकि उनके बिना टीम एक-दो वर्षों में खुद को फिर से स्थापित कर सकती है।
आकाश चोपड़ा का सुझाव: बड़े बदलाव की ज़रूरत
आकाश चोपड़ा ने CSK की खिलाड़ी नीति पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सुझाव दिया कि टीम को कई बड़े नामों को रिलीज़ कर देना चाहिए। उनके अनुसार जिन खिलाड़ियों को हटाना चाहिए, उनमें रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, रचिन रवींद्र, डेवोन कॉन्वे, विजय शंकर, दीपक हुड्डा और राहुल त्रिपाठी जैसे नाम शामिल हैं। चोपड़ा ने कहा कि जडेजा की जगह डेवाल्ड ब्रेविस को नंबर 4 पर मौका देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा टॉप ऑर्डर डेवोन कॉन्वे, आयुष म्हात्रे और उर्विल पटेल को अस्थायी समाधान बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि टीम को एक विस्फोटक ओपनर और एक आक्रामक फिनिशर की तलाश करनी चाहिए जो ब्रेविस के साथ मजबूत मध्यक्रम बना सकें। उन्होंने नूर अहमद और मथीषा पथिराना जैसे गेंदबाज़ों को टीम में बनाए रखने की सलाह दी।
संजय बांगर की रणनीति पर टिप्पणी
बांगर ने भी टीम की बल्लेबाजी रणनीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर टॉप ऑर्डर में आक्रामक बल्लेबाज़ हों, और मिडिल ऑर्डर में ब्रेविस और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी हों, तो क्या हमें वाकई जडेजा जैसे खिलाड़ी की ज़रूरत है, जो पारी को संभालते हैं?” उन्होंने जोर देकर कहा कि CSK को अगले सीज़न से पहले रणनीतिक रूप से बड़े बदलाव करने होंगे।
भविष्य की राह: नई शुरुआत की जरूरत
विशेषज्ञों का मानना है कि अगला सीज़न CSK के लिए एक नई शुरुआत हो सकता है। इसके लिए टीम को चाहिए कि वह युवा और आक्रामक खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित करे, टॉप ऑर्डर में विस्फोटक बल्लेबाज़ और मध्यक्रम में मैच फिनिशर को शामिल करे, गेंदबाज़ी में नूर अहमद और पथिराना जैसे प्रतिभावान खिलाड़ियों को बनाए रखे।