गेंदबाजों के लिए रिवर्स स्विंग एक बड़ा हथियार
लार के इस्तेमाल से गेंद को एक तरफ से अच्छी शाइन मिलती है। लार का उपयोग गेंद को एक तरफ से चमकाने में मदद करता था, जिससे गेंद असंतुलित होकर हवा में तेजी से स्विंग कर पाती थी, खासकर पुराने गेंद से रिवर्स स्विंग कराने में मदद मिलती थी। लेकिन अब लार पर प्रतिबंध के कारण गेंदबाजों को काफी कठिनाई हो रही है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, जहां रिवर्स स्विंग एक बड़ा हथियार होता था।
प्रतिबंध पर दोबारा विचार करने का आग्रह
शमी ने कहा कि कई गेंदबाजों ने आईसीसी से लार पर प्रतिबंध पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है। इन गेंदबाजों का तर्क है कि इससे मुकाबले के दौरान बल्लेबाज और गेंदबाजों के बीच सही संतुलन बना रहेगा। शमी ने कहा, हम रिवर्स स्विंग करने का प्रयास करते हैं, लेकिन आप गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। हम लगातार लार का इस्तेमाल करने की मंजूरी मांग रहे हैं और रिवर्स स्विंग होने से खेल दिलचस्प हो जाएगा। मैं लय वापस हासिल करने की कोशिश कर रहा हूं और टीम के लिए अतिरिक्त योगदान देना चाहता हूं। दो विशेषज्ञ तेज गेंदबाज टीम में नहीं है और मेरे ऊपर ज्यादा जिम्मेदारी है। जब आप अकेले मुख्य तेज गेंदबाज हैं और दूसरा ऑलराउंडर है तो तो कार्यभार रहता है। आपको विकेट लेकर मोर्चे से अगुआई करनी होती है। मुझे इसकी आदत हो गई है और मैं अपना शत प्रतिशत से अधिक देने की कोशिश कर रहा हूं।’
आईसीसी ने क्यों लगाया लार पर बैन
कोविड-19 महामारी के दौरान, खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने साल 2020 में अस्थायी रूप से गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। जुलाई 2022 में, आईसीसी ने इस अस्थायी नियम को स्थायी बना दिया। अब गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए केवल पसीने का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन लार लगाने की अनुमति नहीं है।