केरल को पहली पारी में सिर्फ एक रन की महत्वपूर्ण बढ़त मिली थी, इसलिए वे अब रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंच गए, जहां उनका मुकाबला गुजरात से होगा। जहां मैच के आखिरी महत्वपूर्ण क्षणों में जम्मू-कश्मीर को चार विकेटों की जरूरत थी, वहीं केरल के बल्लेबाजों को विकेट पर टिकना था। निजार 162 गेंदों में 44 रनों पर नाबाद रहे, वहीं मोहम्मद अज़हरूद्दीन 118 गेंदों में 67 रन बनाकर नाबाद लौटे।
इससे पहले निजार ने पहली पारी में भी 112 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी और केरल को मैच में वापसी कराई थी। उन्होंने नंबर-11 के बल्लेबाज़ बासिल थंपी के साथ पहली पारी में 81 रन जोड़े थे और केरल को 281 के स्कोर तक पहुंचाया था और एक रन की निर्णायक बढ़त दिलाई थी।
पहली पारी में जलज सक्सेना ने भी 67 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी और 11 रनों पर तीन विकेट के स्कोर से अपनी टीम को उबारा था। सक्सेना की इस पारी में ड्राइव, कट और पुल सभी शुमार थे और उन्होंने विकेट के चारों तरफ कुछ शानदार स्ट्रोक खेले।
अंतिम दिन केरल ने 100 रन पर दो विकेट के स्कोर के साथ शुरुआत की और उन्हें जीत के लिए 299 रनों की जरूरत थी। हालांकि दिन की शुरुआत में ही यह तय हो गया था कि वे रनों के पीछे नहीं हैं और ड्रॉ के लिए देख रहे हैं। कप्तान सचिन बेबी और अक्षय चंद्रन ने तीसरे विकेट के लिए 43 ओवर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 58 रन जोड़े।
हालांकि ऑफ स्पिनर साहिल लूथरा ने दोनों को आउट कर जम्मू-कश्मीर को वापसी कराने की कोशिश की। अगले ओवर में बाएं हाथ के स्पिनर आबिद मुश्ताक ने सक्सेना को भी आउट कर जम्मू और कश्मीर के लिए मैच के द्वार खोल दिए। इसके बाद मुश्ताक ने आदित्य सरवटे को भी पवेलियन भेजा और केरल की हार निश्चित दिखने लगी थी।