दोनों टीमों के बीच अब तक हुए सात मुकाबलों में भी गुजरात टाइटंस का पलड़ा भारी है और राजस्थान रॉयल्स ने इसमें से सिर्फ एक मैच जीता है। जयपुर में हुए दोनों टीमों के बीच दो मुकाबलों में तो गुजरात टाइटंस ने ही दोनों मैचों में बाजी मारी है। आइए डालते हैं इस मैच से जुड़े कुछ प्रमुख आंकड़ों और मैच-अप्स पर नजर।
जोस बटलर बोल सकते हैं हल्ला
जोस बटलर पिछले सीजन तक राजस्थान रॉयल्स के साथ थे, लेकिन ओपनिंग में संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें आश्चर्यजनक रूप से रिलीज कर दिया था। गुजरात टाइटंस में भी शुभमन गिल और साई सुदर्शन के शानदार फॉर्म को देखते हुए बटलर नंबर-3 पर आ रहे हैं, लेकिन तीन अर्द्धशतकों के साथ 356 रन बनाकर उन्होंने यह बताया है कि उनको छोड़ना राजस्थान रॉयल्स की गलती थी।
राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों के खिलाफ जोस बटलर तेजी से रन बनाते हैं और कोई भी गेंदबाज उनको परेशान नहीं कर पाया है। संदीप शर्मा के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट 207, जोफ्रा आर्चर के खिलाफ 188 और महीश तीक्षणा के खिलाफ 153 है। इसमें से सिर्फ आर्चर ही उन्हें सात में से दो पारियों में आउट कर पाए हैं। चूंकि इस सीजन से पहले जयपुर बटलर का होमग्राउंड था, इसलिए उनका रिकॉर्ड भी इस मैदान पर शानदार रहा है। वह जयपुर में 45 की औसत और 140 के स्ट्राइक रेट से 769 रन बना चुके हैं, जिसमें पांच अर्द्धशतक और एक शतक शामिल हैं।
शुभमन गिल का तोड़ आर्चर के पास
इस सीजन शुभमन गिल ने अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से प्रभावित किया है। उनकी टीम ने आठ में से छह मुकाबले जीते हैं और बेहतर नेट रन रेट के साथ फिलहाल वे शीर्ष पर हैं। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बल्ले से भी तीन अर्द्धशतक लगाते हुए 44 की औसत और 153 के स्ट्राइक रेट से 300 से ऊपर रन बनाए हैं। पिछले मैच में भी उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ 90 रनों की एक बेहतरीन पारी खेली थी, लेकिन इस सीजन के अपने पहले शतक से चूक गए थे। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के जोफ्रा आर्चर उनके बल्ले का मुंह बंद रख सकते हैं। आर्चर ने गुजरात टाइटंस के कप्तान को पांच में से तीन पारियों में आउट किया है, जबकि वह आर्चर पर सिर्फ 67 के स्ट्राइक रेट से 10 रन ही बना पाए हैं। गिल भी अपने बेहतरीन फॉर्म के जरिए आर्चर का तोड़ निकालने की कोशिश करेंगे। गिल के लिए अच्छी बात यह है कि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ (37 की औसत से 446 रन) और जयपुर में (57 की औसत से 114) रन बनाए हैं, हालांकि उन्हें अपना स्ट्राइक रेट सुधारना होगा, जोकि 120 है। गिल को आर्चर के अलावा राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों तुषार देशपांडे, वनिंदु हसरंगा और आकाश मधवाल ने भी दो बार आउट किया है, जबकि वह तीक्षणा का भी एक बार शिकार हुए हैं।
शिमरॉन हेटमायर का खामोश रह सकता है बल्ला
हेटमायर राजस्थान रॉयल्स के उन विदेशी खिलाड़ियों में से थे, जिनको राजस्थान रॉयल्स ने बटलर पर तरजीह दी थी। हालांकि हेटमायर इस भरोसे को कायम नहीं रख पाए और इस सीजन 9 मैचों में उनके नाम सिर्फ एक अर्द्धशतक है। उन्हें राजस्थान रॉयल्स फिनिशर के तौर पर इस्तेमाल करती है, लेकिन वह इस भूमिका को निभा नहीं पाए हैं। इसकी वजह से राजस्थान रॉयल्स लगातार तीन नजदीकी मुकाबले जीतते-जीतते हार गई है। इस मैच में भी हेटमायर का बल्ला खामोश रह सकता है, क्योंकि वह राशिद खान के खिलाफ टी-20 मैचों में छह बार आउट हुए हैं। इसके अलावा सिराज ने भी उन्हें दो टी-20 पारियों में आउट किया है। हालांकि दोनों पर सिराज कम से कम 140 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। गुजरात टाइटंस की टीम के खिलाफ हेटमायर का ओवरऑल रिकॉर्ड अच्छा रहा है और वह इस टीम के खिलाफ 34 की औसत और 154 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल है। हालांकि जयपुर के होमग्राउंड पर हेटमायर का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है और वह यहां पर 12 पारियों में एक भी अर्द्धशतक नहीं लगा पाए हैं। यहां पर उनका औसत सिर्फ 15.5 और स्ट्राइक रेट सिर्फ 123 का है।