दमोह में ४० प्रतिशत स्कूल बसों के फिटनेस तक नहीं, ऑडिट में भी मिल रहीं कमियां
काफी पुरानी होने के साथ-साथ अन्य नियमों का भी नहीं हो रहा पालन, अन्य कामों में भी हो रहा उपयोग
दमोह. भोपाल में स्कूल बस से हुए एक्सीडेंट के बाद अब परिवहन विभाग अलर्ट मोड पर है। राज्य से प्राप्त निर्देशों के बाद जिले में स्कूल बसों का ऑडिट किया जा रहा है, लेकिन जिन बिंदुओं पर ऑडिट हो रहा है वह बसें पूरी नहीं कर पा रही हैं।
ताजा रेकॉर्ड के अनुसार ४० प्रतिशत स्कूल बसों के फिटनेस तक नहीं है। ऐसे में इनकी ऑडिट भी फिलहाल संभव नहीं है। जबकि ६० प्रतिशत बसों की ऑडिट का काम जिले में शुरू कर दिया गया है। ऐसे में परिवहन विभाग की टीम रोजाना कुछ बसों के ऑडिट का कार्य कर रहा है। मौजूदा समय में बारात सहित अन्य आयोजनों में भी इन बसों का उपयोग देखने मिल जाता है।
- इन बिंदुओं के तहत होती है बसों की ऑडिट
१-दस्तावेज़ों की जांच: वाहन का पंजीकरण वैध है या नहीं। बस का वैध बीमा होना आवश्यक है। आरण्टीण्ओण् द्वारा जारी फिटनेस प्रमाणपत्र। वैद्य स्कूल बस परमिट। प्रदूषण प्रमाणपत्र। ड्राइवर के पास वैध वाणिज्यिक ड्राइविंग लाइसेंस हो।
2- सुरक्षा उपकरणों की जांच: फायर एक्सटिंग्विशर सही स्थिति में और एक्सपायरी डेट वैध होनी चाहिए। फस्र्ट एड बॉक्स आवश्यक दवाओं और उपकरणों से सुसज्जित। इमरजेंसी गेट ठीक से कार्य कर रहा हो और उस पर स्पष्ट चिह्न हो। सुरक्षा ग्रिल बार्स, खिड़कियों पर लगे होने चाहिए। सीसीटीवी कैमरा व जीपीएस।
3- वाहन की स्थिति: ब्रेक सिस्टम पूरी तरह कार्यशील होना चाहिए। हेडलाइट सही ढंग से कार्य कर रहे हों। टायर की स्थिति पर्याप्त ग्रिप और हवा का दबाव सही हो। सीटिंग व्यवस्था दृ सीटें मजबूती से लगी हों और कुशनिंग ठीक हो।
४- कंडक्टर की जांच : पुलिस वेरीफिकेशन चालक और सहायक का पुलिस सत्यापन। मेडिकल फिटनेस स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट। प्रशिक्षण यातायात नियमों और बच्चों से व्यवहार संबंधी प्रशिक्षण।
5-कानूनी अनुपालन बस पर स्कूल बस लिखा हो सामने और पीछे स्पष्ट रूप से। स्टॉप बोर्ड बस रुकने पर बाहर निकाला जाए। स्पीड गवर्नर अधिकतम गति निर्धारित हो। चालक की यूनिफार्म और बैज नाम और आईडी प्रदर्शित हो।
फैक्ट फाइल
- १२० स्कूल बस जिले में रजिस्टर
- ७६ बसें वैद्य
- ४४ बसें नॉन फिटनेस
- १५ स्कूलों में हैं बस सुविधा
- १० बसों की ऑडिट हुआ।
वर्शन
- स्कूल बसों को ऑडिट नियमानुसार किया जा रहा है। बसें यदि बारात या अन्य कार्यक्रमों में उपयोग हो रही हैं, तो इसकी सूचना मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। कुछ बसों में अधिक कमियां मिल रही हैं, जिन्हें मौका दिया जा रहा है। आगे कार्रवाई की जाएगी।
क्षितिज सोनी, परिवहन अधिकारी दमोह
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