दो और सेक्शन चिन्हित किए हैं, प्रबल और प्रखर जो बच्चे इस साल 9 वीं से 10 वीं में गए है और जिनके 85 प्रतिशत से ज्यादा माक्र्स है, उनको पहले दिन से उनके व्हाट्सएप ग्रुप बना दिए है। अभी और उनको शुरुआत से अपनी रडार पर रख रहे है, ताकि उन बच्चों के रिजल्ट और बेहतर 90प्रतिशत से ऊपर आए। इसके लिए पहले दिन से उनकी तैयारी करांएगे। इसी प्रकार दूसरा ग्रुप बनाया प्रबल ग्रुप, जिसमें कमजोर बच्चे हैए जो की 33 से 50 प्रतिशत तक आते हैं, या जो अनुत्तीर्ण होते हैं, इन बच्चों का ग्रुप बना करके इनको शुरू से अलग तरह की तैयारी कराएंगे। दोनों की अलग-अलग तरीके से तैयारी कराने का काम करेंगे।
कलेक्टर सुधीर कोचर का कहना है कि कक्षा 1 से 8 वीं में उन विद्यार्थियों की नीव अच्छी नहीं है, उसके बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं है, तो 9 वीं, 10 वीं, 11 वीं, 12 वीं में फिर नकल का सहारा लेना पड़ता है। नकल नहीं मिलने पर वह अनुत्तीर्ण होते है, तो ऐसी स्थितियों से बचने के लिए शुरुआत में कक्षा 1 से बल्कि प्री प्राइमरी से ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी। जब वहां से विद्यार्थियों पर ध्यान देने की कोशिश करेंगे। उसके बाद जो जनरेशन निकल के आएगी वह जनरेशन फिर आपको रिजल्ट देना शुरू करेंगे।