CG Election 2025: चाय बेचने वाले को उतारा गया चुनावी दंगल में
इस बार उनको चुनावी दंगल में उतार दिया गया है। 1980 में श्रीनू के पिता पी मलेश्वर राव किरंदुल पहुचे ओर यहां रेलवे स्टेशन में चाय बेचने लगे। श्रीनू का जन्म 1 जनवरी 1985 को किरंदुल में हुए परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जैसे ही श्रीनू 13 वर्ष का हुआ वो अपने पिता का हाथ बंटाने रेलवे स्टेशन पर चाय नाश्ता बेचने लगा। उस वक्त सिर्फ एक किरंदुल विशाखापटनम पैसेंजर ट्रेन ही चलती थी। रेलवे स्टेशन में चाय बेच कर गुजारा चलाना बहुत मुश्किल था। CG Election 2025: जैसे जैसे श्रीनू बड़ा हुआ उसने रेलवे कालोनी में डोसा का ठेला लगाना शुरू किया। श्रीनू ने 8वीं कक्षा तक ही शिक्षा प्राप्त की है। आज वो हमाली का काम करके अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है। ऐसे व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट देकर ये साबित कर दिया कि भाजपा गरीबों की पार्टी है।
आपको बता दें कि किरंदुल नगर पालिका वार्ड क्रमांक 17 में कुल 562 मतदाता है जो श्रीनू के किस्मत का फैसला करेंगे। क्या गरीब मजदूर हमाल को जनता जीतकर ताजपोशी करेगी ये तो समय ही बताएगा? क्या झोपड़ी से निकल कर कोई पार्षद तक पहुंच पाएगा? मालूम हो कि देश के कई अन्य बड़े नेताओं ने भी अपने जीवन की शरुआत छोटे मोटे काम कर की थी।