श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठी केदारनाथ घाटी
शुक्रवार सुबह 7 बजे शुभ मुहूर्त में विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम के कपाट विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ खोले गए। मंदिर के कपाट खुलते ही हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई। कपाट खुलते समय आर्मी बैंड ने मधुर धुनें बजाईं। इस दौरान केदारनाथ घाटी श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठी। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा, केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य पुजारी वागेश लिंग, तीर्थ पुरोहित, बीकेटीसी के पदाधिकारी, स्थानीय समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद रहे।
सीएम धामी बोले- इंतज़ार की घड़ी खत्म”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर कहा, “मैं आप सभी का बाबा के इस पावन धाम पर स्वागत करता हूं और अभिनंदन करता हूं। आज वह शुभ घड़ी आ गई जिसका इंतजार हम सभी करते हैं… मुझे भी इस बार गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के अवसर पर वहां रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ… आज से ठीक 2 दिन बाद भगवान बद्रीनाथ के दर्शन के लिए बद्रीनाथ मंदिर के कपाट भी खुलेंगे और यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी। यात्रा को इस बार पूरी तरह से व्यवस्थित करने के लिए बीते सालों के हमारे अनुभवों के आधार पर सभी प्रयास किए गए हैं… देश-दुनिया से यहां आने वाले हमारे सभी श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, सुरक्षित हो और उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए हमने 2024 की यात्रा संपन्न होते ही 2025 यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी थी…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर की पूजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगे कहा, “…आज हमने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पूजा भी की है। आज आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मुद्दे जो हमारे सामने हैं, बाबा हमारे प्रधानमंत्री को शक्ति देंगे और पहलगाम में ऐसी घटना करने वाले दुश्मनों, राक्षसों का खात्मा होगा…”
‘सरकार को उचित समय का इंतजार’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “आज बहुत अच्छा दिन है। हमारे प्रधानमंत्री बाबा के अनन्य भक्त हैं। उनके नाम से यहां हर बार पहली पूजा होती है। इस बार भी पूजा की गई है कि बाबा उन्हें(प्रधानमंत्री मोदी) देश का नेतृत्व लंबे समय तक करने की शक्ति दें… हमारा प्रयास है कि इस यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा सरल हो। यहां पर नवनिर्माण और पुन:निर्माण का कार्य 2014 के बाद से शुरू हुआ है। 2013 की आपदा के बाद यह पूरा परिसर क्षतिग्रस्त हो गया था… प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस नवनिर्माण और पुन:निर्माण के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का हमारा प्रयास है।” पहलगाम आतंकी हमले पर उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से हमारे देश की सेना हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उचित समय पर उचित निर्णय जरूर लेगी।”
बुधवार को खोले गए थे यमुनोत्री धाम के कपाट
इससे पहले, अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बीते बुधवार को 11 बजकर 55 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद रहे थे।
4 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट
बता दें कि यमुनोत्री और गंगोत्री के बाद केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। अब चार मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यमुनोत्री से यात्रा शुरू करने पर चारधाम यात्रा में किसी भी प्रकार की रुकावट भक्तों को नहीं आती है। यमुनोत्री, यमुना नदी का उद्गम स्थल है। यमुना जी यमराज की बहन हैं और उन्हें वरदान प्राप्त है कि वह अपने जल के माध्यम से सभी का दुख दूर करेंगी। मान्यता है कि जो श्रद्धालु यमुनोत्री में स्नान करता है, उसे मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है। इसी वजह से भक्त चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री से करते हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं आज से शुरू
हर साल की तरह इस बार भी बाबा केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं 2 मई से शुरू होंगी।