मोमोज विक्रेता पर बरसाई लाठियां, हालत गंभीर
रविवार रात सयाजी द्वार के समीप मोमोज का ठेला लगाने वाले अखिलेश यादव (निवासी अष्टविनायक कॉलोनी) अपनी दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठियां बरसा दीं। पिटाई इतनी गंभीर थी कि अखिलेश के सिर और होंठ पर गहरी चोटें आईं। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत बिगड़ने पर इंदौर रेफर कर दिया गया।
वीडियो वायरल, आरक्षक लाइन अटैच
युवक पर पुलिस की पिटाई का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ गया। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई का विरोध किया। फुटेज सामने आने के बाद एसपी पुनीत गेहलोद ने आरोपी पुलिसकर्मी को लाइन अटैच कर दिया और जांच के आदेश दिए।
व्यापारियों का आक्रोश, पुलिस पर मनमानी के आरोप
सोमवार को चौपाटी के व्यापारियों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और दोषी पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। यूनियन अध्यक्ष आशीष सोलंकी और अमृत सिंह राजपूत ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी आए दिन दुकानदारों से बदसलूकी करते हैं और बेवजह परेशान करते हैं। हुड़दंगियों का नग्न कर निकाला जुलूस
रविवार रात हुए हुड़दंग को लेकर पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लिया। इनमें से कई के सिर मुंडे हुए थे। पुलिस ने उन्हें सयाजी द्वार तक नंगे पैर पैदल घुमाया। इस कार्रवाई की कानूनी वैधता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कानून में ऐसी किसी सजा का प्रावधान नहीं है। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज की है।
एसपी का बयान: कानून व्यवस्था बनाए रखने की कार्रवाई
एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा कि हुड़दंग करने वालों को वीडियो फुटेज के आधार पर पकड़ा गया है। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों ने खुद अपनी पहचान छिपाने के लिए सिर मुंडवाए थे। इसके अलावा, पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर सयाजी द्वार पर अतिरिक्त इंतजाम करने की बात कही है।
लापरवाह सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस ने नहीं किए थे इंतजाम
पुलिस की लापरवाही भी इस पूरे घटनाक्रम में उजागर हुई। इससे पहले जब पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की जीत पर जश्न हुआ था, तब भी सयाजी द्वार पर भारी भीड़ जमा हुई थी। इसके बावजूद रविवार रात कोई विशेष सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे हालात बेकाबू हो गए।