CG News: धमतरी संभाग में लग चुके स्मार्ट मीटर
धमतरी संभाग में 1.36 लाख उपभोक्ता है। 31 मार्च 2025 तक सभी घरों-दुकानों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 36 हजार घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। स्मार्ट मीटर लगाने का काम टाटा कंपनी कर रही है। बिजली विभाग के ईई एपी सोनी ने बताया कि धमतरी संभाग में कुल 36 हजार स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है।
धमतरी शहर में सर्वाधिक 21 हजार मीटर अब तक लग चुके हैं। स्मार्ट मीटर एक प्रकार का डिजिटल मीटर है। मोबाइल में लगने वाले सिम कार्ड की तरह ही चिप द्वारा उपयोग किया जाता है। वर्तमान में मैनुअल मीटर रीडिंग के आधार पर उपभोक्ताओं को बिजली बिल दिया जा रहा है। शासन से मिले निर्देश के तहत 1 जून से प्रदेशभर में रिचार्ज सिस्टम को लागू किया जा रहा है। इसके लिए हर स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है।
रिचार्ज समाप्त होने के पहले मिलेगा मैसेज
स्मार्ट मीटर में छोटा मॉडम लगा रहेगा। इसे सर्वर के साथ उपभोक्ताओं के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा। उपभोक्ताओं को हर समय जानकारी उपलब्ध रहेगी कि उनके पास कितना बैलेंस बचा है और वे कितनी यूनिट बिजली का उपयोग कर सकते हैं। रिचार्ज खत्म होने के 7 दिन पहले ही उपभोक्ताओं के फोन पर बैलेंस रिचार्ज का मैसेज आएगा। बैलेंस खत्म होने के बाद भी 300 रूपए तक का क्रेडिट उपभोक्ताओं को दिया जाएगा। इस बीच उन्हें रिचार्ज कराना होगा। अगला रिचार्ज कराने पर यह रकम काट ली जाएगी।
- बिजली खपत की रियल टाइम जानकारी मिलेगी।
- बिजली खपत को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
- बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा।
- ऑनलाइन रिचार्ज करने पर छूट मिलेगी।
- मीटर रीडिंग और खपत की जानकारी उपभोक्ता स्वयं ले सकेंगे।
यूपीआई से कर सकेंगे रिचार्ज
CG News: बिजली विभाग के ईई एपी सोनी ने बताया कि स्मार्ट मीटर में चिपयुक्त सिम लगा हुआ है। मीटर लगाने के समय प्रत्येक उपभोक्ता के मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड किया गया है। इसी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से किसी भी यूपीआई से बीपी नंबर डालकर 1 मिनट में स्मार्ट मीटर को रिचार्ज किया जा सकेगा।
बिजली विभाग द्वारा अलग से एप्लीकेशन लांच किया जाएगा। किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में भी बिजली बिल का भुगतान किया जा सकेगा। हालांकि यह अभी प्रक्रिया में है।
एपी सोनी, ईई सीएसईबी धमतरी: धमतरी संभाग में 31 मार्च तक 1.36 लाख स्मार्ट मीटर लगाना है। शासन के निर्देशानुसार 1 जून से प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना ट्रायल के तौर पर लागू किया जाएगा।तैयारी शुरू कर दी गई है।