योग के विशेष सत्र में हुआ योगासनों का अभ्यास
इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला कैदियों को योग के माध्यम से मानसिक तनाव, अवसाद और शारीरिक समस्याओं से राहत दिलाना रहा। सत्र में ताड़ासन, भुजंगासन, वज्रासन और त्रिकोणासन जैसे सरल और प्रभावी योगासनों का अभ्यास कराया गया, जो मानसिक शांति और शारीरिक सुदृढ़ता प्रदान करते हैं। इस कार्यक्रम में जेल अधीक्षक डी.के पांडे, जेलर अरुण कुमार और महिला जेल की उप-जेलर अनीता श्रीवास्तव भी उपस्थिति रहीं। इसके साथ ही अचिन्त्य लाहिड़ी, प्रो दिव्या रानी सिंह, निदेशक, महिला अध्ययन केंद्र उपस्थित रहीं।योग कार्यक्रम में सभी महिला बंदियों ने भाग लिया
गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा महिला कैदियों के लिए आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर एक प्रेरणादायक और अनुकरणीय पहल है। यह केवल जेल सुधार का उदाहरण नहीं, बल्कि पुनर्वास, आत्म-साक्षात्कार और समाज में पुनः स्थापना की दिशा में एक सार्थक कदम है। इस तरह के प्रयास भारतीय दंड व्यवस्था को मानवीय दृष्टिकोण से देखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत हैं। इस योग कार्यक्रम में सभी बंदी महिलाओं ने भाग लिया।योग प्रशिक्षकों ने तकनीकी से कराया अवगत
प्रशिक्षित योग गुरुओं (नीलम एवं विंध्यवासिनी) द्वारा महिलाओं को विशेष योग आसनों, प्राणायाम और ध्यान की तकनीकों से अवगत कराया, जो विशेष रूप मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है, जिनका नियमित अभ्यास चिंता, अवसाद और तनाव को कम करने में सहायक होता है।प्रशिक्षण में कराई गई योगों की श्रृंखला
शवासन (Shavasana / Corpse Pose)जो मानसिक शांति, तनाव मुक्ति और गहरी विश्रांति देता है। प्रत्येक अभ्यास के बाद इसे अंत में किया जाता है। सुखासन (Sukhasana / Easy Pose) इससे मानसिक संतुलन बढ़ता है और तनाव कम होता है। बालासन (Balasana / Child’s Pose) यह मस्तिष्क को शांत करता है जिससे मन को सुकून मिलता है। वज्रासन (Vajrasana / Thunderbolt Pose) यह पाचन के लिए अच्छा है और मन को एकाग्र करता है।भोजन के बाद ध्यान के लिए उत्तम मुद्रा हैl , उष्ट्रासन (Ustrasana / Camel Pose) यह हृदय चक्र को खोलता है और भावनात्मक तनाव को दूर करता है। सेतु बंधासन (Setu Bandhasana / Bridge Pose) यह अवसाद और थकान से राहत देता है।मानसिक स्वास्थ्य की मजबूती के लिए योग
अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana / Downward-Facing Dog)चिंता और मानसिक थकान को कम करने में सहायक। पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana / Seated Forward Bend)तनाव और चिंता में राहत देता है। पवनमुक्तासन(Pawanmuktasana / Wind-Relieving Pose) नींद में सुधार लाता है। और नाड़ी शोधन प्राणायाम (Nadi Shodhana / Alternate Nostril Breathing) यह प्राणायाम मस्तिष्क की दोनों गोलार्द्धों को संतुलित करता है।अत्यधिक प्रभावी है चिंता, अवसाद और गुस्से को शांत करने में।