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– हर आधे घंटे में पता चलता है कैसे बदलेगा मौसम का मिजाज शुरुआत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तालाबों, जल स्रोतों व देवालयों में जल संरक्षण का काम होगा। इसमें संत, जनप्रतिनिधि और स्थानीय जनता को शामिल किया जाएगा। सभी के सहयोग से जल संरक्षण की दिशा में काम किया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय व सीईओ सिद्धार्थ जैन, विधायक उषा ठाकुर, मनोज पटेल, मधु वर्मा आदि मौजूद थे।
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जिले में अमृत सरोवर 2.0 में 19 नए तालाबों के निर्माण का लक्ष्य है, जिन पर लगभग 4 करोड़ 18 लाख रुपए खर्च होंगे। इनमें से दस का चयन हो गया है। पुराने तालाबों का सीमांकन कर अतिक्रमण हटाएंगे। तालाबों का जनभागीदारी से गहरीकरण तो मनरेगा व अन्य योजना से जीर्णोद्धार होगा। प्रत्येक गांव में एक-दो युवाओं को जल दूत बनाया जाएगा। वे जीर्णोद्धार, सफाई, शासकीय योजनाओं में हितग्राही चयन और जल के सदुपयोग के लिए जन जागरुकता अभियान चलाएंगे। बारिश का पानी सहेजने के लिए पानी चौपाल या जल पंचायत भी होगी।