50 साल का औसत तापमान 40 डिग्री तक ही दर्ज हुआ है। इतने वर्षों में पहली बार मई में अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री रहा है। मौसम विभाग ने इंदौर सहित संभाग के अन्य जिलों को ऑरेंज अलर्ट पर रखा है। इस दौरान 50 किलोमीटर या इससे अधिक रतार से हवा चलने, वज्रपात व बारिश की चेतावनी दी गई है।
इस तरह बन रही मौसम की स्थिति
-एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी मध्य प्रदेश उसके निकटवर्ती क्षेत्रों में एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में समुद्र तल से 1.5 और 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। -एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उसके निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है। -एक ट्रफ लाइन पूर्वोत्तर अरब सागर से गुजरात होते हुए पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में समुद्र तल से 3.1 और 5.8 की ऊंचाई पर फैली है।
-एक पूर्वी-पश्चिमी ट्रफ दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी झारखंड तक उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
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28 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी हिस्से यानी इंदौर संभाग के 6 जिलों में तेज बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। इनमें खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर और झाबुआ शामिल हैं। वहीं, इंदौर, जबलपुर समेत 22 जिलों में तेज आंधी-बारिश का अलर्ट है। इनमें श्योपुर, मुरैना, भिंड, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, उज्जैन, देवास, शाजापुर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, सिंगरौली में है।