Electricity demand : पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष डेढ़ से दो हजार मेगावॉट अधिक

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दरअसल, बिजली की मांग के लिहाज से मई का महीना पीक सीजन माना जाता है। जो जून के मध्य तक भीषण गर्मी के कारण लगातार बढ़ता रहता है। लेकिन इस साल तेज गर्मी की शुरूआत मार्च महीने से हो गई थी। इसलिए अप्रेल में ही पीक सीजन के हालात बन गए हैं। विद्युत मैनेजमेंट कम्पनी के अनुसार पिछले साल अप्रेल माह के मुकाबले इस माह बिजली की डिमांड डेढ़ से दो हजार मेगावॉट अधिक है। मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिए जल विद्युत गृहों से भी बिजली का उत्पादन हो रहा है। बिजली कम्पनियों के अनुसार इस साल गर्मी में मांग 17 हजार मेगावॉट तक पहुंच सकती है।
Electricity demand : चार दिन में सबसे ज्यादा मांग
पिछले साल अप्रेल में बिजली की अधिकतम मांग 12,698 मेगावॉट थी, जो मई में बढकऱ 14,191 मेगावॉट पहुंच गई थी। लेकिन, इस साल पड़ रही तेज गर्मी के कारण 22 अप्रेल को अधिकतम मांग 14 हजार मेगावॉट पार कर गई। 23 अप्रेल को मांग 14,206 मेगावॉट रही। हालांकि 25 अप्रेल को मांग में 343 मेगावॉट में कमी आई और 13957 मेगावॉट दर्ज की गई।Electricity demand : प्रदेश में बिजली की मांग
तारीख मांग (मेगावॉट में)22 अप्रेल – 14117
23 अप्रेल – 14206
24 अप्रेल – 13925
25 अप्रेल – 13957