Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: ऐसे हुआ साइबर अपराध का खुलासा
जिले में ऐसे लोग जो बैंक अकाउंट खोलकर साइबर अपराध में सहयोग कर रहे हैं, एवं साइबर अपराध जैसे- ‘‘डिजीटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फर्जी एप्प, क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट, टेलीग्राम टास्क, बैंक केवाईसी अपडेट एवं गूगल सर्च जैसे साइबर क्राईम में योजनाबद्ध तरीके से बैंक अकाउंट में रुपए ट्रांसफर कर उपयोग करते हैं ऐसे यू अकाउंट एवं लोगों को चिन्हांकित किया गया है। लालच देकर खोला जा रहा है अकाउंट
गुफनी निवासी बलराम कश्यप पिता संपत कश्यप के लिखित आवेदन के अनुसार लप्पी उर्फ भव्य नाहटा एवं गोंचू विश्वकर्मा निवासी दूबे उमरगांव के द्वारा एक प्राईवेट कंपनी में बैंक खाता खोलकर देने पर हर माह 3000 रुपए मिलने का लालच देकर मेरे अन्य दोस्त हीरालाल, तुलसी पोयाम के नाम पर बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र
जगदलपुर में खाता खुलवाया गया। खाता खुलवाने के कुछ दिन बाद लप्पी उर्फ भव्य नाहटा ने खाते में पैसा आने वाला है। कहकर एटीएम और बैंक किट ले लिये।
सभी बैंक अकाउंट की जांच की जा रही…
Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: एटीएम और किट देने के कुछ दिन बाद हम पैसा लेने के लिए जब लप्पी उर्फ भव्य नाहटा के पास गये तो उसने बोला कि अभी कंपनी से पैसा नहीं आया है कहकर टालमटोल करने लगा। जांच के दौरान यूल
बैंक अकाउंट बलराम कश्यप को साइबर सेल सिटी कोतवाली बुलाया गया तब खाते की उपयोग की जानकारी मिली। इन खातों में साइबर फ्रॉड की शिकायत गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, तेलंगाना में भी दर्ज की गई है। मामले की खुलासे के बाद धारा सूरज को गिरफ्तार कर सभी बैंक अकाउंट की जांच की जा रही है।
किसी भी व्यक्ति के कहने पर बैंक से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज किसी भी व्यक्ति को न दें। बैंक खातों अज्ञात व्यक्ति द्वारा पैसे भेजे गए हो तो उसकी सूचना पुलिस व साइबर सेल को दें।
पैसे के लालच में बैंक पासबुक व एटीएम कार्ड किसी भी अन्य व्यक्ति को न दें, अन्यथा खाताधारकों के विरूद्ध कार्यवाही की जा सकती है। बैंक खाता खुलवाते समय आरबीआई के गाईडलाईन को फॉलो करें।
अपने खातो में हो रहे लेन-देन को मॉनीटर करें जिससे आपका खाता यूल अकाउंट न बने। किसी भी प्रकार की साइबर फ्रॉड होने की स्थिति में 1930 पर कॉल करें।