जानकारी के मुताबिक विद्याधर नगर निवासी ऋषि शर्मा का प्रिटिंग का व्यवसाय है। 28 मार्च को परिवार सहित नया साल मनाने के लिए सात दिन के लिए वृंदावन जाने के लिए निकले थे। दूसरे दिन 29 मार्च को बांके बिहारी जी मंदिर में दर्शन करने के दौरान एक महिला बेहोश होकर गिरने लगी तो वह उसे संभालकर बाहर ले गए। पानी पिलाया और उसे ढांढस बंधाया।
इसके बाद वह परिवार सहित राधा वल्लभ जी मंदिर में दर्शन करने गए, तो वहां पर एक बुजुर्ग महिला को बेहोश होकर गिरता देख उसे संभाला। इस दौरान किसी ने भी महिला की मदद नहीं की और ना ही कोई व्यवस्था थी।
पुलिसकर्मियों से अव्यवस्था की शिकायत करना पड़ा महंगा
इस अव्यवस्था की शिकायत करने वह पुलिसकर्मियों के पास पहुंचा तो वह उनसे भला-बुरा कहने लगे और लात घूंसों से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। मारपीट से आहत पीड़ित परिवार के साथ पुलिस अधिकारियों से मिला, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बल्कि उन्हें ही हवालात में बंद करने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने अपनी पीड़ा को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इसके बाद वृंदावन पुलिस की लोग आलोचना कर रहे हैं।