प्रॉपइक्विटी (2025) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 में जयपुर में घरों की बिक्री पांच फीसदी बढकर 10,695 यूनिट तक पहुंच गई। वहीं, बिक्री मूल्य 39 फीसदी से बढ़कर 8,388 करोड़ रुपये हो गया। यह वृद्धि प्रीमियम और लग्जरी आवास परियोजनाओं में लोगों की बढ़ती रूचि की वजह से भी हुई है। रियल एस्टेट के जानकार मानते हैं, जो लोग अभी शहर से दूर जाकर बस रहे हैं, उन्हें एक दशक बाद फायदा मिलेगा।
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एक रिपोर्ट के अनुसार, जयपुर टीयर-2 सिटीज में सबसे आगे है। यहां पिछले कुछ वर्षों में 65 फीसदी तक वृद्धि हुई है। एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया कि जयपुर में ऐसे बहुमंजिला अपार्टमेंट की मांग बढ़ रही है, जिनमें क्लब हाउस और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं हों। यह रुझान पारंपरिक लो-राइज संरचनाओं से शिफ्ट को दर्शाता है।
इस पर भी ग्राहक दे रहे ध्यान
एक सर्वे की रिपोर्ट में सामने आया कि जयपुर में घर खरीदते समय लोग स्मार्ट होम तकनीक और इको-फीचर्स की भी मांग करते हैं। वर्षा जल संचयन, सौर पैनल और एनर्जी-एफिशिएंट डिजाइनों पर ध्यान दिया जा रहा है।
मांग बढ़ने के कारण (किफायती, लग्जरी और प्रीमियम आवास)
जेडीए की ओर से आवासीय योजनाएं लॉन्च की गई हैं। इसके अलावा आवासन मंडल भी फ्लैट के प्रोजेक्ट लेकर आया है। पिछली बार जेडीए की योजनाओं में भारी रुझान देखने को मिला था। उच्च आय वर्ग और निवेशकों की रुचि के कारण प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की जयपुर में कमी नहीं है।