राधा मोहन दास अग्रवाल का पलटवार
इस विवाद पर अब भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल का बयान सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि दादी सबसे सम्मानजनक शब्द है, लेकिन समस्या यह है कि यह शब्द हिंदुओं के लिए आरक्षित माना जाता है। मुझे नहीं पता कि मुस्लिम और पारसी समाज में इसे क्या कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी की शादी फिरोज जहांगीर से हुई थी, तो शायद इसी कारण कांग्रेस को इस शब्द से आपत्ति हो। मैं पता करूंगा कि पारसी में दादी को क्या कहते हैं और फिर हम वही बुलवा देंगे। अग्रवाल के इस बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया है, क्योंकि कांग्रेस इसे पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बता रही है।
‘कांग्रेस ने झूठा बहाना बनाकर हंगामा किया’
भाजपा नेता जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारे मंत्री ने सिर्फ यह कहा था कि योजनाएं इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बनी थीं। इसमें कोई अपमानजनक शब्द नहीं था। कांग्रेस झूठा बहाना बनाकर हंगामा कर रही है। वहीं, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने खुद कहा कि इस बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा, फिर भी कांग्रेस विधायक उग्र हो गए। यह बहुत ही निंदनीय घटना है।
सियासी टकराव बढ़ा, माफी पर अड़ी कांग्रेस
बताते चलें कि, विपक्ष अब भी अपनी मांग पर अड़ा है। कांग्रेस चाहती है कि मंत्री अविनाश गहलोत सदन में माफी मांगें और इस बयान को पूरी तरह से हटाया जाए। इसके चलते कांग्रेस ने निलंबित हुए 6 विधायकों के साध विधानसभा में ही धरना दिया। सदन में ही रात्रि भोज किया, साथ ही विधायकों ने विधानसभा में ही रात गुजारी। देर रात तक रात सत्ता पक्ष ने समझाइश का प्रयास किया था, लेकिन वार्ता सफल नहीं हो सकी। दूसरी ओर, भाजपा का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर इस मुद्दे को तूल दे रही है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ज्यादातर योजनाओं का नाम आपकी ‘अपनी दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर रखती थी। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति जताई और सवाल किया कि क्या मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री को ‘दादी’ कह रहे हैं? इसी बात को लेकर कांग्रेस के विधायक भड़क गए और विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस विधायकों ने वेल में उतरकर जोरदार नारेबाजी की और सदन के रिकॉर्ड से यह टिप्पणी हटाने की मांग की। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तो विधानसभा सचिव की टेबल तक पहुंच गए और मंत्री गहलोत से माफी मांगने की मांग करने लगे।