Monsoon 2025: जयपुर। राजस्थान में इस साल मानसून की एंट्री कब होगी? इसको लेकर मौसम विभाग का नया अपडेट सामने आया है। आईएमडी की मानें तो इस बार राजस्थान में मानसून तय समय से पहले दस्तक देगा। अभी मानसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच गया। जो तीन-चार दिन में और आगे बढ़ सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने के आसार हैं। इससे पहले कई राज्यों में बारिश हो सकती है। वहीं, राजस्थान में मानसून की एंट्री 18 से 20 जून तक हो सकती है। आईएमडी इससे पहले मानसून सीजन में सामान्य से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान जता चुका है। उसने अल नीनो की स्थिति को खारिज कर दिया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम बारिश से जुड़ी है।
समय से पहले दस्तक के इससे मिले संकेत
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण भाग, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के प्रभाव में बढ़ोतरी हुई है। इससे मानसून के तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद है। इन हिस्सों में ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (ओएलआर) कम हुआ है। यह बादल छाए रहने का संकेत है। ओएलआर पृथ्वी से निकलने वाली ऊर्जा का माप है। ये स्थितियां मानसून के जल्दी आने की ओर इशारा कर रही हैं। ऐसे में राजस्थान में मानसून समय से पहले दस्तक देगा।
पिछले 6 साल में कब राजस्थान में हुई मानसून की एंट्री
राजस्थान में मानसून की एंट्री का सामान्य समय 25 जून निर्धारित है। लेकिन, इस बार राजस्थान में मानसून तय समय से 5 से 7 दिन पहले दस्तक दे सकता है। साल 2024 में भी 25 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। वहीं, साल 2023 में 25 जून, साल 2022 में 30 जून, साल 2021 में 18 जून, साल 2020 में 24 जून और साल 2019 में 24 जून को राजस्थान में मानसून की एंट्री हुई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर एक जून को केरल में दस्तक देता है। अगर इस साल यह समय से पहले पहुंचता है तो 2009 के बाद पहली बार ऐसा होगा। मानसून ने 2009 में 23 मई को दस्तक दी थी। भारत में मानसून के आगमन की आधिकारिक घोषणा तब होती है, जब यह केरल पहुंचता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है और 17 सितंबर से उत्तर-पश्चिम भारत से धीरे-धीरे लौटने लगता है।