बता दें कि बांसवाड़ा को राजस्थान का ‘चेरापूंजी’ कहा जाता है। राज्य में सबसे अधिक बारिश इसी जिले में दर्ज की जाती है। मानसून का प्रवेश भी पिछले कई साल से बांसवाड़ा के रास्ते ही आता रहा है। इस बार भी यही संभावना है कि इसी रास्ते राजस्थान में मानसूनी बादल अपनी मेहरबानी बरसाएंगे। यहां बारिश का सामान्य औसत 992 मिलीमीटर है। साल 2024 में 1084.78 मिलीमीटर बरसात हुई थी। बारिश को मापने के लिए 14 विभिन्न स्थानों पर वर्षामापी केंद्र स्थापित किए गए हैं।
इस साल मानसून समय से पहले आया
राजस्थान के बांसवाड़ा-डूंगरपुर जिले में यह मान्यता भी रही है कि मुंबई में बारिश होने के सात से 10 दिन के भीतर यहां भी बारिश शुरू हो जाती है। चूंकि, इस वर्ष मुंबई में मानसून समय से पहले आया है। ऐसे में यदि इन संभावनाओं पर गौर करें तो आगामी एक पखवाड़े के भीतर वागड़ में प्री-मानसून शुरू हो जाएगा।बताते चलें, सोमवार शाम भी डूंगरपुर में तेज बौछारें गिरीं। वहीं, बांसवाड़ा में रात में आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया। मंगलवार सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं। हालांकि, वातावरण में उमस है।
मानसून एक पखवाड़े से पहले आया
कृषि अनुसंधान केंद्र के संभागीय निदेशक डॉ. हरगिलास के अनुसार, मुंबई में मानसून एक पखवाड़ा पहले आ गया है। ऐसे में इस बार वागड़ में भी बरसात जल्द आएगी। किसानों को खरीफ फसल के लिए अपने खेत तैयार करना शुरू कर देना चाहिए।
महाराष्ट्र में मानसून की मूसलाधार बारिश, जानें राजस्थान में कब हो रही मानसून की एंट्री
मानसून सीजन में बांसवाड़ा पर्यटन की दृष्टि से देश में छठा डेस्टिनेशन माना जाता है। बरसात के बाद यहां प्रकृति अपना भरपूर सौंदर्य लुटाती है। हरी-भरी पहाड़ियां, मीलों तक अथाह जलराशि से पूर्ण माही बांध, अनेक लघु बांध और ऊंची पहाड़ियों के साथ यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा जा सकता है।
108 फीसदी बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने राजस्थान में इस बार मानसून की दस्तक होने और वर्षा सीजन में सामान्य से 108 फीसदी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। जयपुर में पिछले तीन साल में यानी 2022, 2023 और 2024 में, प्री-मानसून बारिश का दौर मई के महीने में शुरू हुआ। साल 2023 में प्री-मानसून बारिश का दौर जून के मध्य में शुरू हुआ था, जबकि साल 2024 में प्री-मानसून बारिश का दौर मई के अंत या जून की शुरुआत में शुरू हुआ।
तोड़ी जाएंगी सैकड़ों दुकानें! जयपुर की इन सड़कों पर जमकर अतिक्रमण, ध्वस्तीकरण के लिए चल रही अंदर से तैयारी
एक जून को केरल पहुंचने वाला मानसून 27 मई तक पहुंच सकता है। मानसून जल्द आया तो 16 साल का रिकॉर्ड टूटेगा। 2009 में 23 मई को केरल में मानसून ने दस्तक दी थी। गत चार दिनों से अंडमान सागर, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में बारिश हो रही है। दक्षिण बंगाल की खाड़ी में भी तेज पश्चिमी हवाओं का दबदबा है। मौसम विभाग ने देश में सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।