जानकारी के मुताबिक हादसा सुबह करीब 11 बजे दिल्ली-अजमेर हाइवे पर 14 नंबर के पास हुआ। ट्रक से टकराने पर कंटेनर का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कंटेनर चालक केबिन में फंस गया। तभी आरटीओ की गाड़ी मौके से जाने लगी तो स्थानीय लोगों ने रोक लिया। इसके बाद घायल चालक को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और उड़नदस्ते की गाड़ी से अस्पताल भिजवाया।
आरटीओ की लापरवाही से हुआ हादसा
स्थानीय लोगों ने बताया कि परिवहन विभाग के उड़नदस्ते की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ। परिवहन विभाग के उड़नदस्ते की गाड़ी जब सुबह हाइवे पर खड़ी थी। तभी एक ट्रक को रुकने के लिए इशारा किया। जब वह नहीं रूका तो उड़नदस्ते ने ओवरटेक करते हुए ट्रक के आगे गाड़ी लगा दी। तभी पीछे से आ रहा कंटेनर खड़े ट्रक में घुस गया। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर मौके से भाग छूटा। लेकिन, कंटेनर चालक बुरी तरह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुस्साए ट्रक चालकों ने हाइवे पर लगाया जाम
हादसे के बाद गुस्साए चालकों ने दिल्ली-अजमेर हाइवे पर एक ट्रक को तीरछा खड़ा करके जाम लगा दिया। ट्रक चालकों ने कंटेनर चालक को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने और आरटीओ को निलंबित करने की मांग की। इस दौरान हाइवे पर करीब 10 तक लंबा जाम लग गया। जिसके चलते हाइवे सहित सर्विस रोड पर भी जाम के हालात रहे।
समझाइश पर नहीं माने तो पुलिस ने चेताया
सूचना पर चौमूं एसीपी अशोक चौहान, दौलतपुर थाना प्रभारी नंदलाल जाट, विश्वकर्मा थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार शर्मा और हरमाड़ा थाना प्रभारी उदयभान पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों से काफी समझाइश की। लेकिन, वे अपनी मांग पर अड़े रहे।
इस पर पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि हाइवे से ट्रकों को नहीं हटाया गया तो राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज होगा। जिस पर ट्रक चालकों धरना खत्म कर दिया। पुलिस ने करीब एक घंटे बाद हाइवे पर यातायात सुचारू करवाया।