तम्बाकू सेवन में 30 प्रतिशत तक कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए जन-जागरूकता और विभागीय समन्वय अहम भूमिका निभाएंगे। कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. मनीष मित्तल ने बताया कि कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने नशा मुक्त समाज की आवश्यकता पर बल देते हुए सभी विभागों से समन्वय के साथ कार्य करने का आह्वान किया। एसआरकेपीएस के सीईओ राजन चौधरी, डीसीओ सपना पारीक और एसएमएस अस्पताल के डॉ. कशिश थापर ने भी नशे की लत पर रोकथाम के प्रभावी उपायों पर अपने विचार साझा किए।
कार्यशाला में बताया गया कि राजस्थान में वर्तमान में करीब 1.36 करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, जिसे वर्ष 2025 तक 41 लाख की कमी के लक्ष्य के साथ नियंत्रित करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर जिला परिषद, जीसीटीसीएसएल, आईसीडीएस, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नेहरू युवा केंद्र, शिक्षा विभाग, आरएसआरसीटी, पुलिस, चिकित्सा, औषधि नियंत्रण, खाद्य सुरक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।