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जैसलमेर

मरू महोत्सव 2025: सुनहरी धरा पर बहा लोक संस्कृति का दरिया

विख्यात चार दिवसीय मरू महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को स्वर्णनगरी में आस्था व उल्लास का माहौल दिखा तो लोक संस्कृति के रंग भी बिखरे नजर आए।

जैसलमेरFeb 10, 2025 / 08:11 pm

Deepak Vyas

jsm news
विख्यात चार दिवसीय मरू महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को स्वर्णनगरी में आस्था व उल्लास का माहौल दिखा तो लोक संस्कृति के रंग भी बिखरे नजर आए। शोभा यात्रा में लोक संस्कृति और परंपराओं के दर्शन हुए तो मरुधरा के लोक जीवन पर आधारित प्रतियोगिताएं आकर्षण का केंद्र रही। सर्वाधिक उत्साह मरुश्री व मिस मूमल प्रतियोगिता के दौरान देखने को मिला। सोमवार को जैसलमेर के पवित्र गड़ीसर सरोवर से शोभायात्रा के साथ चार दिवसीय मरु-महोत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रमों का आगाज किया। इससे पूर्व नगर के अराध्य देव लक्ष्मीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। शोभा यात्रा में मरु संस्कृति की झलक देखने को मिली। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने प्रस्तुतियां देकर विविधता में एकता की सी अनुभूति कराई।जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर प्रतापसिंह एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने हरी झंडी दिखा कर शोभा यात्रा को रवाना किया। शहर के विभिनन मार्गों से होकर निकाली गई शोभा यात्रा पूनमसिंह स्टेडियम पहुंची। जगह-जगह शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। लोक कलाकारों के जत्थों ने रास्ते भर लोक नृत्यों और लोक वाद्यों से लय-ताल की धूम मचाते हुए मरु संस्कृति एवं राजस्थानी परंपराओं का दिग्दर्शन कराया।
जैसलमेर. विख्यात मरु महोत्सव की शोभायात्रा में गैर नृत्य प्रस्तुत करते हुए।

सजे-धजे ऊंटों पर सुरक्षा प्रहरियों का रौबदार अंदाज

शोभायात्रा का सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र सीमा सुरक्षा बल के उपसमादेष्टा मनोहर सिंह खींची के नेतृत्व में शाही पोषाक मेंं हाथों में भाले लिए हुए सीमा सुरक्षा बल के जवान और सजे-धजे ऊंट सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र रहे एवं देशी.विदेशी सैलानियों ने इस दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया। केमल माउंटेन बैंड वादकों के समूह ने माहौल में देशभक्ति के रंग भर दिए। मंगल कलश लिए बालिकाएं और लोक कलाकारों का कारवां मुख्य मार्ग से होता हुआ शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंचा। शोभायात्रा में शृंगारित ऊंटों पर सवार प्रतियोगिता के प्रतिभागी और ऊंट गाड़ों पर सवार पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित मिस मूमल एवं महेन्दा के प्रतियोगी और विभिन्न झांकियां भी आकर्षण का केन्द्र रहीं।
जैसलमेर. विख्यात मरु महोत्सव की शोभायात्रा में लोक नृत्य रहा आकर्षण का केन्द्र।
शोभायात्रा में सबसे आगे बास्केटबॉल अकादमी के छात्र पर्यटन विभाग का लोगो सहित बैनर लिए हुए थे, वहीं मस्कवादन कलाकारो ने मस्क के माध्यम से राजस्थानी लोक गीतों की मधुर स्वरियां पेश कर सभी को मोहित किया। शोभा यात्रा के दौरान महिला पर्यटकों भी लोक कलाकरों के साथ थिरकने से खुद को नहीं रोक पाई। रंगी-बिरंगी पोशाकों मे बालिकाएं अपने सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थी। लोक कलाकारों ने गेर नृत्य व कच्छी घोड़ी नृत्य पेश हर किसी को लुभाया। शोभायात्रा में विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए मनोहारी दृश्यों को कैमरे में कैद किया।

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