धरोहर रक्षा की मिसाल बने युवा
अभियान का नेतृत्व मरू श्री 2025 धीरज पुरोहित ने किया। उनके साथ धर्मेन्द्र ओझा, महेश पुरोहित, विकास आचार्य, गौरव कल्ला, नीरज आचार्य, राकेश गोपा, जयशंकर आचार्य, रॉकी जस्सानी, मनीष गज्जा, अशेष आचार्य, यादव पुरोहित, शुभम पुरोहित, आदित्य गोपा, हेमंत पुरोहित, निखिल कल्ला, हरीश जस्सानी, विमल बल्लाणी, गौरव पुरोहित, अनंत पुरोहित, पंकज पुरोहित, मनीष आचार्य, दीपक आचार्य, पार्थ जगानी, पंकज बल्लाणी, मनोज गोपा, सुनील बोहरा, प्रेमप्रकाश गोपा, सौरभ आचार्य, दीपक गोपा, सूर्यप्रकाश गोपा, नरेंद्र श्रीपत, श्रीवल्लभ पुरोहित, कृष्णगोपाल पुरोहित, महेंद्र पुरोहित, मुकेश पुरोहित, ललित गोपा, लीलाधर ओझा, गिरीश जगानी, जसवंत पुरोहित, प्रदीप पुरोहित, भूपेश आचार्य, नवीन पुरोहित, भंवर बिस्सा, लोकेश गोपा, शिव आचार्य ने भागीदारी की।
एकता का संदेश और स्वच्छता की साधना
युवाओं ने जैसलमेर की पहचान—गड़ीसर की सेवा को सर्वोपरि रखा। मरु श्री धीरज पुरोहित ने कहा कि गड़ीसर केवल जल नहीं, हमारी पहचान है। इसे स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है, न कि दया।