संतोषी ने कहा की वो देश की सबसे बड़ी पार्टी से जुड़ीं और उन्हें पार्टी ने भरोसा कर टिकट दिया वो पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति से काफी प्रभावित है। उनको
भाजपा पर काफी भरोसा है। भाजपा ने संतोषी जैसे जमीनी स्तर के मेहनती व्यक्ति को प्रत्याशी बनाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी मेहनतकश और आम लोगों को भी बड़ा मौका देती है। यह पार्टी की सबका साथ सबका विकास नीति को दर्शाता है। संतोषी बचपन से अपने पिता के साथ गुपचुप बेच रही है। जब उसके पिता वृद्ध हुए तो अपने भाई के साथ वह इस कार्य में पारंगत है। संतोषी कक्षा नवीं तक पढ़ी है।
पूर्व विधायक सौरभ सिंह का जताया आभार
संतोषी में कहा की वह कभी सोची भी नहीं थी की उनके जैसे एक छोटे से कार्यकर्ता को पार्टी द्वारा कभी टिकट दिया जाएगा पर, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रजनी सत्तू साहू के सामने उन्होंने होने वाले इस पार्षद चुनाव में भाजपा से उमीददवार होने की इच्छा जाहिर की और जिलाध्यक्ष रजनी साहू ने पूर्व विधायक सौरभ सिंह से चर्चा की। जिस पर सौरभ सिंह ने चर्चा कर संतोषी को उनके वार्ड से चुनाव लडऩे पर सहमति दी।
कौन है संतोषी कैवर्त
संतोषी कैवर्त एक गुपचुप बेचने वाली महिला है। उन्होंने विवाह नहीं किया है। घर में आर्थिक तंगी व संघर्ष करके काफी कम उम्र में जिम्मेदारी के साथ नगर के बजरंग चौक में गुपचुप का कार्य चालू किया था। आज देखते ही देखते नगर में उनके गुपचुप का स्वाद पाने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।