खेतों से एकत्र की गई मिट्टी की जांच के बाद किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड का वितरण किया जाएगा। मिट्टी परीक्षण कृषि विभाग जांजगीर स्थित मृदा प्रयोगशाला में किया जाएगा। इसके लिए कैमिकल्स समेत मशीनों के मेंटनेंस की तैयारी चल रही है।
CG News: किसानों को मिलेगा स्वाइल हेल्थ कार्ड
आठ हजार नमूनों को जिले के पांच ब्लॉकों में बांटा गया है। बम्हनीडीह, नवागढ़ और पामगढ़ विकासखंड से 1600–1600 सैंपल और अकलतरा ब्लॉक से बलौदा ब्लॉक से 1800 और 1400 सैंपल
किसानों के खेतों से लिए जाएंगे। 21 मई तक स्थिति 3100 से ज्यादा नमूने लिए जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि मिट्टी परीक्षण से खेतों की सेहत का पता लगाया जाता है। लगातार केमिकल के उपयोग से खेत कितने उपजाऊ रह गए हैं। लगातार केमिकल के उपयोग से क्या खेत पूरी तरह से अनुपजाऊ हो गए हैं?
उनकी जलधारण क्षमता कितनी है, उर्वरकता कितनी है और उसके अनुसार कितनी तादात में कौन से खाद का उपयोग खेत में किया जाना चाहिए। इस तरह की सलाह
किसानों को दी जाती है ताकि वह जरूरत से कम या जरूरत से अधिक खाद का इस्तेमाल न करें, उनके उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो, इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए किसानों को उपयुक्त सलाह दी जाती है।
12 पैरामीटर में होती है मिट्टी के पोषक तत्वों की जांच
मिट्टी परीक्षण के लिए 12 पैरामीटर निर्धारित हैं। इसमें आर्गेनिक कार्बन, नाइट्रोजन, पोटाश, फास्फोरस, पीएच लवणता, बोरॉन, आयरन सहित अन्य प्रकार की जांच होती है। इससे किसान मृदा और स्त्रोतों के अनुकूल फसल में उपयोग क्षमता के लिए उर्वरता को संतुलित बनाए रखते हैं। फसल के उत्पादन में वृद्धि होती है।
जानिए किस ब्लॉक से कितने सैंपल जांचेंगे
ब्लॉक सैंपल जन्म तिथि 1600 नवागढ़ 1600 पामगढ़ 1600 अकालत्रा 1800 बलौदा 1400 योग 8000 किसानों को मिलेगा स्वाइल हेल्थ कार्ड: डीडीए
जांजगीर-चांपा जिले के उप संचालक कृषि एलएम भगत ने बताया कि खेतों की मिट्टी लेकर इसके परीक्षण के लिए हमें 8000 सैंपल का लक्ष्य मिला है। परीक्षण के बाद हम प्रत्येक किसान को स्वाइल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा। इसका काम शुरू कर दिया गया है। सैंपल की जांच से यह पता लग जाता है कि खेतों की सेहत कैसी है और उसके अनुसार हम उत्पादन में वृद्धि करने के लिए किसानों को उचित सलाह देते हैं। इससे किसानों को लाभ होता है, पैदावार अच्छी होती है।