सिंधु जल संधि पर पाक सेना की बौखलाहट
जनरल चौधरी ने यह बयान एक विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने भारत के हालिया कदम की आलोचना करते हुए कहा कि जल संधि को राजनीतिक हथियार बनाना क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरनाक है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त
भारत ने यह कदम 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसके अगले ही दिन, यानी 23 अप्रैल को, भारत ने सिंधु जल संधि के कुछ प्रावधानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। इसके बाद 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंक के नौ ठिकानों को निशाना बनाया।
आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते
भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ कहा है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक जल संधि पर अमल नहीं होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। भविष्य में पाकिस्तान से कोई भी बातचीत सिर्फ जम्मू-कश्मीर से अवैध कब्जा हटाने पर ही होगी। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते: पीएम मोदी
जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते। प्रधानमंत्री मोदी ने इसी दिन राजस्थान के बीकानेर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, जो भारत के खून से खेलेगा, उसे अब हर बूंद पानी के लिए तरसाया जाएगा।