जानकारी के अनुसार हरियाणा के हिसार के पाटन निवासी रेखा अपने पति अशोक और परिवार के चार-पांच अन्य सदस्यों के साथ नरहड़ दरगाह के सालाना उर्स में आई थी। मृतका के देवर इंद्रसिंह ने बताया कि उनकी भाभी रेखा, भाई अशोक समेत घर के अन्य सदस्य कुल के छींटे लेने के लिए खड़े थे। अचानक छींटे लेने की होड़ में अफरा-तफरी मच गई। जिसमें रेखा देवी पत्नी अशोक नीचे फर्श पर गिर गई। कुल की रस्म स्थल पर भीड़ ज्यादा होने के कारण किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं रेखा भीड़ में फर्श से उठ नहीं सकी। ऐसे में लोगों के पैरों के नीचे रौंदे जाने से रेखा की मौत हो गई।
एक अन्य महिला घायल
हादसे के बाद रेखा को नरहड़ दरगाह में लगे चिकित्सा कैंप में ले जाया गया। जहां से चिड़ावा के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। जहां डॉक्टरों ने रेखा को मृत घोषित कर दिया। अफरा-तफरी में हरियाणा के जिंद निवासी नानी देवी भी घायल हो गई। जिसका प्राथमिक उपचार किया गया।
जगह कम, भीड़ ज्यादा
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कुल की छींटों के रस्म स्थल की जगह काफी कम है। जहां सैकंड़ों की संख्या में जायरीन उमड़ पड़े। जो कि छींटे लेने के लिए इधर-उधर होने लगे। जिस कारण अफरा-तफरी में महिला की मौत हो गई।