सिस्टम में सुधार करने के लिए ग्रामीणों की ओर से कई बार डिस्कॉम के अधिकारियों से मांग करने पर उन्होंने समस्या समाधान के आश्वासन भी दिए, मगर सिस्टम में सुधार नहीं हो सका है। आज भी ग्रामीण मौजूदा व्यवस्था का खामियाजा भुगत रहे हैं।
घरेलू उपभोक्ता व काश्तकार परेशान
बहादुरपुरा ग्राम पंचायत के महिखेड़ा निवासी किशनलाल का कहना है कि गिरवर पंचायत में जीएसएस है। जहां से चनार पंचायत के गांव फोरेस्ट चोटिला व चोटिला, बहादुरपुरा पंचायत के बहादुरपुरा, महीखेड़ा, सरीफली, सकोड़ा, फतेहपुरा गांव में बिजली आपूर्ति की जाती है। किसी एक गांव में बिजली लाइन में फाल्ट या अन्य तकनीकी खराबी के कारण शटडाउन लेना हो तो सभी गांवों की बिजली काटनी पड़ती है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं के साथ किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में 18 नवंबर, 2024 को डिस्कॉम कार्यालय आबूरोड ग्रामीण के सहायक अभियंता को समस्या की जानकारी देकर नए फीडर के लिए ज्ञापन भी सौंपा था।
पंचायत जमीन देने को तैयार
गिरवर गांव से करीब 30 किलोमीटर दूर आमथला पंचायत के कारोली गांव में जीएसएस संचालित है। जहां से आमथला, किवरली व मुदरला पंचायत के गांवों में बिजली आपूर्ति की जा रही है। आमथला गांव के ग्रामीणों ने बताया कि एक गांव में बिजली लाइन में फॉल्ट होने पर तीनों पंचायतों के गांवों की बिजली आपूर्ति काट दी जाती है। गांव के मथुरा प्रसाद पुरोहित ने बताया कि नया जीएसएस बनने से ही समस्या का समाधान हो सकता है। एक जीएसएस पर लोड बढ़ने से बिजली आपूर्ति तो प्रभावित होगी ही। मुदरला पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामसभा की बैठक में नवीन जीएसएस के लिए जमीन आवंटन का प्रस्ताव लिया जा चुका है। जीएसएस स्वीकृत होने पर पंचायत जमीन देने को तैयार है। किवरली गांव में नए जीएसएस के लिए उच्च स्तर पर प्रस्ताव भेजा है। गिरवर क्षेत्र में नवीन जीएसएस के लिए प्रस्ताव नहीं भेजा है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसी तरह का फाल्ट होने पर हम शीघ्र ठीक करने का पूरा प्रयास करते हैं, जिससे ग्रामीणों को परेशानी नहीं हो।- मिथलेश कुमार, सहायक अभियंता, डिस्कॉम ग्रामीण कार्यालय, मानपुर (आबूरोड)