मिली जानकारी के मुताबिक घटना टेडइकोंदल गांव की है। 35 साल की मनीता उसेंडी यहां अपने ससुराल वालों के साथ रहती थी। उसके पति सोनाराम का देहांत हो गया था। 22 मार्च की रात मनीता घर से निकली। फिर सीधे सुबह लौटी। इस पर उसके देवर गंगाराम (40 वर्ष) ने उससे पूछा कि रातभर कहां थी? उसने मनीता को हमेशा मोबाइल पर बात करते रहने के लिए भी फटकार लगाई। गुस्से में आकर मनीता भी उल्टी-सीधी बातें सुनाने लगी। दोनों के बीच विवाद बढ़ा। इस बीच गंगाराम ने मनीता से पहले हाथापाई की। फिर उसे धक्का देकर नीचे पटका और पास रखे पत्थर से उसकी दाईं कनपटी कुचल दी।
इसके बाद पत्थर बाड़ी में छिपाकर वह मौके से चला गया। कुछ देर बाद मनीता का छोटा बेटा आया, जिसने अपनी मां को जमीन पर लहुलूहान हाल में बेसुध देखा। उसने तत्काल परिवार को इसकी जानकारी दी। इलाज के लिए उसे आनन-फानन में भानुप्रतापपुर अस्पताल ले जाया गया। मनीता की नाजुक स्थिति देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तत्काल धमतरी रेफर कर दिया। हालांकि, उसने चारामा पहुंचते तक ही दम तोड़ दिया था।
देवर-भाभी में आए दिन विवाद: कोसमा
कच्चे चौकी प्रभारी तुलसी राम कोसमा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई थी। ग्रामीणों से बयान लेने पर पता चला कि गंगाराम और उसकी भाभी का आए दिन विवाद होते रहा था। गंगाराम पहले भी कई दफे अपनी भाभी से
मारपीट कर चुका था, ऐसा भी बताया गया। इसके बाद पुलिस ने गंगारात को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने पुलिस को पूरे वाक्ये की जानकारी देते हुए अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है।