उत्तर प्रदेश के कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडू नगर की रहने वाली ज्योति के अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। पुलिस की छानबीन में जानकारी हुई कि बिस्किट कारोबारी प्रकाश श्याम दासानी और पीयूष पुत्र प्रकाश ने सुपारी देकर ज्योति गुप्ता की हत्या करवाई थी। इस मामले में पुलिस ने सोनू कश्यप, आशीष कश्यप, अखिलेश कनौजिया, अवधेश चतुर्वेदी, मनीष माखीजा को आरोपी बनाया था।
अदालत में छह को सुनाई थी उम्र कैद की सजा
अदालत ने पीयूष श्याम दासानी, रेनू उर्फ अखिलेश कनौजिया, सोनू कश्यप, आशीष कश्यप, अवधेश चतुर्वेदी, मनीष माखीजा को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। 21 अक्टूबर 2022 को कुछ सुनाई गई सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की गई। हाई कोर्ट ने अपील की सुनवाई करते हुए मनीष मखीजा को दोष मुक्त करार दिया था। शेष सभी की सजा बहाल रखी। इस संबंध में आशीष और अवधेश ने हाई कोर्ट में जमानत की लिए याचिका डाली। जहां से उन्हें जमानत मिल गई। लेकिन बाद में दोनों की जमानत रद्द कर दी गई और अपर जिला जज ने गैर जमानती वारंट जारी किया।
हरियाणा की जेल में बंद आशीष
बीते 13 फरवरी को पुलिस ने अवधेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन आशीष फरार चल रहा था। पुलिस आशीष निवासी रामचरण की मढ़इया पांडू नगर काकादेव दबिश देने पहुंची। घर वालों ने बताया कि आशीष को हरियाणा की फरीदाबाद बल्लभ गढ़ क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का आरोप है। वह फरीदाबाद की जिला जेल में बंद है। इस संबंध में इंस्पेक्टर सूर्यबली पांडे ने बताया कि एक टीम हरियाणा भेजी जाएगी। कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे वापस कानपुर लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा।