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इलाज किया गया। 72 आर्थो से संबंधित रोग का इलाज किया गया। सर्जरी से सम्बन्धित 28, बच्चों से संबंधित मरीज 73 की जांच किया गया। शिविर में अन्य बीपी शुगर और अन्य सामान्य ओपीडी में 147 मरीज का इलाज किया गया।
शिविर में उच्च जोखिम मरीज का चिह्नांकित कर पहले से भर्ती करने का सलाह दी गई। शिविर में जिला अस्पताल से मेडिसिन रोग विशेषज्ञ स्त्री रोग विशेषज्ञ रेडियोलॉजी, सर्जरी रोग विशेषज्ञ हड्डी रोग विशेषज्ञ मेडिकल ऑफिसर और विकासखंड से बीएमओ डॉ योगेश साहू , डॉ. पुरूषोत्तम बंधवे और ब्लॉक की समस्त टीम द्वारा जांच की गई।
गर्भवती माताओं से किया सीधा संवाद
शिविर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गर्भवती महिलाओं से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को समझा और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी। सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया। इस प्रकार के शिविर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का महत्वपूर्ण माध्यम साबित हो रहे हैं।
महिला और शिशु स्वास्थ्य पर केंद्रित प्रयास
राज्य शासन का यह प्रयास महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। शिविरों के माध्यम से न केवल जटिलताओं का समय रहते पता लगाया जा रहा है, बल्कि महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। इस प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराना क्षेत्र की स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करने में सहायक है।