Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: अपराधोंके विरुद्ध…
Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: बताया कि गनेशिया बाई के स्वामित्व एवं आधिपत्य में खसरा नंबर 227/1 रकबा 4.91 एकड़ भूमि था, जिसका टुकड़ा 2 एकड़ भूमि को मेरे एवं मेरे अन्य साथियों के पास विक्रय करने का सौदा किया गया। इकरारनामा भी गनेशिया बाई के और मेरे व तीन साथियों के मध्य निष्पादित किया गया था। उक्त इकरारनामा में गनेशिया बाई के पुत्रों द्वारा सहमति दी गई थी।
इकरारनामा के परिप्रेक्ष्य में मेरे व साथियों के निर्देशानुसार स्वयं व अन्य के पक्ष में गनेशिया बाई के द्वारा कुछ विक्रयपत्र की रजिस्ट्री की गई है। गनेशिया बाई द्वारा इकरारनामा अनुसार विक्रयशुदा भूमि की जिन अंश का
रजिस्ट्री हुआ है उसकी प्रतिफ ल की राशि प्राप्त कर चुकी है। इकरारनामा अनुसार वर्तमान में लगभग 50 डिसमिल भूमि का विक्रयपत्र की रजिस्ट्री गनेशिया बाई द्वारा किया जाना शेष है।
गनेशिया बाई के पास लगभग 30 लाख रुपए अतिरिक्त मेरे व मेरे साथियों द्वारा दी गई राशि रखी हुई है। विक्रयपत्र की रजिस्ट्री इकरारनामा अनुसार दिसबर 2024 के पूर्व सपादित हो जाना चाहिए था, परन्तु गनेशिया बाई द्वारा इस कार्य के लिए रूचि नहीं लिया जा रहा है।
धोखाधडी…
एफआईआर में बताया कि बैठक के नाम पर कई तिथि निर्धारित की गई है परन्तु गनेशिया बाई गंभीरतापूर्वक इकरारनामा के परिपालन के लिए आवश्यक कार्यवाही नहीं की। गनेशिया बाई के आचरण से ऐसा स्पष्ट होता है कि वह 30 लाख रुपए को जानबूझकर योजना बनाकर हम लोगों से अग्रिम राशि के रूप में ले ली है और इकरारनामा का पालन नहीं कर रही है। इस तरह गनेशिया बाई के द्वारा बेइमानी पूर्वक योजना बनाकर हम लोगों से
धोखाधडी कर रही है। बचत 50 डिस्मल भूमि को भी विक्रय रजिस्ट्री न कर बेईमानी कर धोखाधड़ी कर रही है। इस कारण गनेशिया बाई के विरुद्ध मामला दर्ज करने एफआईआर दर्ज कराया गया।
…हो चुका चेक राशि का आहरण
29 अक्टूबर 2024 को बिक्रीशुदा जमीन का रजिस्ट्री देवकुमार साहू के नाम से किया गया है जिसका 2.10 लाख रुपए बंधन बैंक के चेक के माध्यम से किया गया है। संतोष कुमार चन्द्रवशी के नाम से रजिस्ट्री किया गया है जिसे बैंक ऑफ बड़ौदा के चेक द्वारा 1.20 लाख रुपए भुगतान किया गया है। दोनों चेक की राशि का आहरण किया जा चुका है। राशि प्राप्त होने के बावजूद भी नामांतरण पर रोक लगा दिया गया है।