लिख-लिख कर अभ्यास
इस समय खेलकूद की गतिविधियों को कम कर दें। अप्रैल के महीने में जितना चाहें खेल सकते हैं, लेकिन अभी पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंदित करें। इस समय लिख-लिख कर अभ्यास करें। अगर आपको लगता है कि कोई विषय हमें आ गया है, तो भी उसे लिखकर प्रैक्टिस करनी चाहिए। यह परीक्षा के समय फायदेमंद होगा।
विषयवार प्लानिंग
विषयवार प्लानिंग करने की जरूरत है। जिस विषय में हम कमजोर हैं, उसे अधिक पढ़े। हर छात्र को पता होता है वह किस विषय में कमजोर है। आमतौर पर देखा जाता है कि छात्र उस विषय को कम पढ़ते हैं, जिसमें उनकी रुचि नहीं होती. लेकिन अब उल्टा करने की जरूरत है। हमें उस विषय को अधिक समय देना चाहिए।
समयसीमा का ध्यान
मॉडल टेस्ट पेपर, पिछले साल के प्रश्नपत्र और सैंपल पेपर को हल करने का अभ्यास करें। अगर परीक्षा तीन घंटे की है. तो हमें इन्हें ढाई घंटे में हल करने का प्रयास करना चाहिए। अगर हम अभी से समय सीमा से आधे घंटे कम में प्रैक्टिस कर लेंगे, तो परीक्षा के दिन भी हमारा पेपर समय पर पूरा हो जाएगा।
घूमने-फिरने का समय नहीं
यह समय घूमने-फिरने का नहीं है। अभी हमें कहीं भी, चाहे वह मामा, 6 चाचा, ताई, दादा-दादी या नाना-नानी के यहां जाने की जरूरत नहीं है। परीक्षा का यह डेढ महीना पूरी तरह से पढ़ाई पर केंद्रीत होना चाहिए। इन दिनों में हमें केवल पढ़ाई करने की आवश्यकता है।