कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित कर सात दिन में मांगा जवाब जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री विजय शाह के गृह क्षेत्र में आदिवासी स्कूलों में सामग्री खरीदी में अनियमितता का मामला सामने आया है। आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष के पत्र पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने कलेक्टर खंडवा को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष के पत्र पर कलेक्टर ने एसडीएम खंडवा बजरंग बहादुर सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर सात दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन मांगा है। जांच टीम में कार्य पालन यंत्री लोक निर्माण विभाग भवन व सड़क, कोषालय अधिकारी को शामिल किया गया है।
10 स्कूलों में सीसीटीवी की सप्लाई, आपत्ति के बाद भी भुगतान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष की ओर से कलेक्टर को भेजे गए पत्र के अनुसार जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त विवेक पांडेय ने आवासीय विद्यालय में फर्जी फर्म के माध्यम से सामग्री क्रय की है। 10 स्कूलों में सीसीटीवी की सप्लाई भोपाल के फर्म से क्रय की है। तत्कालीन कलेक्टर के आपत्ति के बावजूद संबंधित फर्म को भुगतान कर दिया गया। मूल कीमत से अधिक सामग्री सप्लाई करने वली संस्था की ओर से बिल प्रस्तुत किए गए हैं। जिला क्रय समिति के द्वारा भुगतान को निरस्त करने की सिफारिश की गई है। टीम में शामिल रहीं संयुक्त कलेक्टर अंशु जावला ने भी आपत्ति दर्ज की है। कन्या शिक्षा परिषद रजूर, सदलपुरा एवं जामनी गुर्जर में अपूर्ण भवनों को अधिपति में ले लिया गया है। जबकि तीनों भवनों में लगभग तीन-तीन करोड़ रुपए का कार्य अपूर्ण है। विधानसभा प्रश्नों एवं आयुक्त आदिवासी विकास को पत्र के माध्यम से गलत जानकारी भेजी जाती है और शासन को गुमराह किया जाता है।
सोलह बिंदुओं पर जांच के लिए भेजा पत्र सोलह बिंदुओं की शिकायत में नेता प्रतिपक्ष ने छात्रों की सुविधाओं के छह मुख्य बिंदुओं की जांच करने का विशेष आग्रह किया है। कलेक्टर के आदेश पर संयुक्त कलेक्टर ने जांच टीम को शिकायती पत्र के साथ जांच टीम का पत्र भेजा है। टीम ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दिया हैै। इन बिंदुओं के साथ ही कलेक्टर को 16 बिंदुओं की शिकायत की गई है। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष के जनजातीय सहायक आयुक्त के खंडवा में पदस्थापन से लेकर अन्य बिंदु शामिल है।
इनका कहना…एसडीएम, बजरंग बहादुर सिंह का कहना है कि जांच के लिए पत्र मिला है। कलेक्टर कार्यालय से एक जांच दल बनाया गया है। दल में अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हैं। जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आज मैं बाहर हूं। आने के बाद जांच दल के साथ आवेदन के आधार पर जांच प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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