विश्व होम्योपैथी दिवस : चर्म रोग, एलर्जी के साथ असाध्य रोगों में कारगर साबित हो रही होम्योपैथिक
विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर दस अप्रैल को जिला जेल में होम्योपैथी चिकित्सा शिविर लगाया। आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने बताया कि 222 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर औषधि वितरण की गई।
Confidence in homeopathy is increasing among people
सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं में होम्योपैथिक का इलाज तेजी से बढ़ रहा है। खासकर छोटे बच्चों और महिला रोगों के साथ चर्म रोग , क्रोनिक रोग, एलर्जी, मनो रोग के साथ ही कई असाध्य रोगों में कारगर साबित हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि होम्योपैथिक की दवाएं मरीजों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर नहीं होने देती हैं। विशेषज्ञ डॉ निकिता कश्यप जायसवाल का दावा है कि उनके द्वारा होम्योपैथिक और हर्बल से तैयार की गई स्किन रोग की दवाएं अमेरिका, कैलीफोर्निया, बंगलुरू समेत सीमावर्ती राज्यों तक ऑनलाइन आपूर्ति की जा रही है।
विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर दस अप्रैल को जिला जेल में होम्योपैथी चिकित्सा शिविर लगाया। शिविर का शुभारंभ होम्योपैथी के जनक डॉ सेम्युअल हेनीमेन के चित्र पर जेलर ललित दीक्षित ने माल्यार्पण कर किया। आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने बताया कि 222 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर औषधि वितरण की गई। इसमें 188 पुरुष और 32 महिलाओं के साथ ही एक-एक बालक व बालिकाओं को दवाएं वितरण की गईं। 350 कैदियों एवं स्टाफ को लू से बचाव के लिए होम्योपैथी औषधि ग्लोनाइन 30 का वितरण किया गया।
कोविद के बाद से मरीजों की संख्या बढ़ रही
होम्योपैथिक विशेषज्ञों का कहना है कि कोविद के बाद से लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। विशेषज्ञ डॉ निकिता कश्यप जायसवाल का दावा है कि उनके द्वारा होम्योपैथिक और हर्बल से तैयार की गई स्किन रोग की दवाएं अमेरिका, कैलीफोर्निया, बंगलुरू समेत सीमावर्ती राज्यों तक ऑनलाइन आपूर्ति की जा रही है। जिला अस्पताल में होम्योपैथ क्लीनिक है। अस्पताल पहुंचने वाले कुछ मरीज होम्योपैथ का इलाज करा रहे हैं। प्रभारी का कहना है कि मरीजों की संख्या हर साल बढ़ रही है। सरकारी अस्पताल के साथ ही निजी होम्योपैथ की दवाएं ले रहे हैं। मौसमी बीमारियों के साथ ही पुरानी बीमारियों के इलाज पर अधिक कारगर साबित हो रही हैं। इस दवा को कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। कई विशेषज्ञ बोले कि कोविद के बाद से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
विशेषज्ञ , डॉ शैलेंद्र महोदय, बीएचएमएस…
होम्योपैथी वर्तमान समय की विशेष आवश्यक चिकित्सा पद्धति है। वर्तमान में हम जितने मानसिक तनाव से ग्रसित हैं। चाहे बच्चे हो बड़े। महिला हो या पुरुष। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जमाने में मोबाइल के चलते हमारे आंतरिक मन पर हमारी बुद्धि पर जो असर पड़ता है। ऐसी स्थित हमारे दिमाग की बनती जा रही है। इसी तरह सारे रोगों में होम्योपैथी मरीजों की मित्र बनकर सहयोग कर रही है। मौसम के बदलाव और एक्यूट रोगों में तो होम्योपैथी कई वर्षों से कारगर है।
विशेषज्ञ डॉ निकिता कश्यप जायसवाल…
होम्योपैथिक के इलाज के कारण कुछ परिवारों ने अन्य दवाएं लेना बंद कर दिया है। अब तो बुखार, सर्दी खासी समेत मौसमी बारियों में भी जल्द ही असर कर रही हैं। पहले कहते थे कि होम्योपैथिक की दवा देर से असर करती है। अब छोटे बच्चों और महिला रोगों के साथ ही चर्म रोग, एलर्जी, मनो रोग के साथ ही असाध्य रोगों में कारगर साबित हो रही है। हमारे द्वारा होम्योपैथिक और हर्बल से तैयार की गई स्किन की दवाएं ऑनलाइन विदेश तक बुकिंग की जा रही है। जो लोग यहां से विदेशों में गए हुए हैं उनके फायदे बताने पर वहां के लोग डिमांड कर रहे हैं।
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