तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख के निर्देश पर अभियान
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के निर्देशानुसार पार्टी कार्यकर्ता अन्य स्थानों पर भी सत्यापन अभियान चला रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अन्य राज्यों के कई व्यक्तियों का पश्चिम बंगाल के वास्तविक मतदाताओं के समान ही मतदाता पहचान पत्र संख्या के तहत पंजीकरण पाया गया है। पार्टी प्रमुख ने तृणमूल के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा पर दूसरे राज्यों से फर्जी मतदाताओं को जोड़कर निर्वाचन आयोग के समर्थन से मतदाता सूची से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। भाजपा ने इस आरोप से इनकार किया है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली और महाराष्ट्र में हुए चुनावों में भी इसी तरह की रणनीति अपनाई थी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मतदाता सूची में सुधार के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो उनकी पार्टी निर्वाचन आयोग कार्यालय के सामने धरना देगी।
पार्टी की रणनीति का खाका तैयार
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) ने कहा कि अधिकारी मतदाता सूची को अद्यतन करने का काम राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलओ) की सक्रिय भागीदारी से करते हैं। तृणमूल कांग्रेस की विस्तारित संगठनात्मक बैठक में पार्टी प्रमुख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति का खाका तैयार किया गया। इस दौरान ममता बनर्जी ने भाजपा पर जमकर वार किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, तब तक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। उन्होंने हुकांर भरते हुए कहा कि हम उन फर्जी मतदाताओं की पहचान करेंगे, जिन्हें भाजपा की मदद से पंजीकृत किया गया है।
चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियां
कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल भी फर्जी मतदाताओं के सहारे हैं। जो लोग मर चुके हैं, उनके नाम पर भी सूची में डाले जाते हैं। हम लोगों ने कई बार चुनाव आयोग में शिकायत की लेकिन चुनाव आयोग ने संज्ञान नहीं लिया। हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग फेक वोटर के खिलाफ भौतिक सत्यापन करे। विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों के बारे में प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि शनिवार को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई, जिसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। हम बंगाल में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे और वादा करते हैं कि कांग्रेस 2026 में बंगाल की सत्ता में आएगी।