कारोबारी और बेटी के शव दुकान के अंदर से बरामद
पुलिस ने शनिवार को बताया कि कोलकाता के बेहला इलाके में एक कारोबारी और उसकी 22 वर्षीय बेटी का शव दुकान के अंदर से बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि कारोबारी शुक्रवार को अपराह्न करीब एक बजे घर से यह कहकर निकला था कि वह बेटी को चिकित्सक के पास लेकर जा रहा है। उसने बताया कि जब वे नहीं लौटे, तो कारोबारी की पत्नी चिंतित हो गई और उन्हें तलाशने लगी। शुक्रवार देर शाम उनके शव कारोबारी की दुकान में मिले।
करोड़ों रुपए का कर्ज
दूसरी तरफ कोलकाता के टेंगरा इलाके के डे परिवार के मामले की जांच चल रही है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि भारी कर्ज के बोझ से दबे डे परिवार ने जान देने की कोशिश की। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि डे परिवार ने छह अलग-अलग बैंकों और कुछ एजेंसियों से करोड़ों रुपये का कर्ज लिया था। परिवार ने अपने घर को भी गिरवी रख दिया था। आर्थिक संकट के कारण वे लगातार मानसिक दबाव में थे, जो इस दर्दनाक कदम की वजह बना।परिवार के छह सदस्य—प्रणय डे, प्रसून डे, उनकी पत्नियां सुदेश्ना और रोमी, एक नाबालिग बेटा और बेटी ने मौत की राह चुनी।
सोते समय हाथ की नस काटी
डे परिवार के सभी ने एक ही रात नींद की गोलियां खाईं लेकिन, अगली सुबह तीन पुरुष सदस्य प्रणय, प्रसून और नाबालिग बेटा जाग गए, जबकि दोनों महिलाएं और नाबालिग बेटी गहरी नींद में थीं। पुलिस जांच में सामने आया कि जागने के बाद, दोनों भाइयों ने अपनी पत्नियों सुदेश्ना और रोमी की सोते समय हाथ की नस काटकर हत्या कर दी। योजना थी कि नाबालिग बेटे को किसी अस्पताल में भर्ती कर वे खुद आत्महत्या कर लेंगे। लेकिन बेटे ने अस्पताल में भर्ती होने से इनकार कर दिया, जिससे स्थिति और जटिल हो गई। हत्या के बाद, घायल हालत में परिवार के सदस्य घर से बाहर निकले। वे पहले बेलघरिया एक्सप्रेसवे पर पहुंचे, फिर उनकी कार कोना एक्सप्रेसवे, द्वितीय हुगली पुल, एजेसी बोस रोड, पार्क सर्कस सेवन प्वाइंट और साइंस सिटी से होते हुए ईएम बाईपास तक पहुंची। यहीं एक सड़क दुर्घटना हो गई, जिसमें दोनों भाई घायल हो गए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सुदेश्ना और रोमी की मौत से तीन से छह घंटे पहले उन्होंने भोजन किया था।