इसी कड़ी में विदिशा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने साफ कहा कि, “जो डर गए, वो चले गए…जो बिक गए, वो चले गए…लेकिन जो मजबूत हैं, वही कांग्रेस में डटे हुए हैं। कांग्रेस में कोई कमी नहीं है, हमारे पास समर्पित और जमीनी कार्यकर्ता हैं।” उनके इस बयान को पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं पर तंज माना जा रहा है।
हरीश चौधरी ने कहा कि जो लोग कांग्रेस छोड़कर गए, उन्होंने डर या लालच में ऐसा किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अब हमें सिर्फ उन नेताओं पर भरोसा करना है जो मुश्किल वक्त में भी कांग्रेस के साथ खड़े रहे।
हरीश समझ रहे हैं जमीनी हकीकत
जानकारी के मुताबिक हरीश चौधरी ने मध्यप्रदेश कांग्रेस की जमीनी हकीकत समझने के लिए 15 दिन तक अलग-अलग जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन करने का निर्णय लिया है। अब तक वे भोपाल, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, देवास, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, खरगोन, रतलाम जैसे जिलों में बैठकों का आयोजन कर चुके हैं। इन बैठकों में उन्होंने जिला प्रभारियों और पदाधिकारियों को आंतरिक कलह छोड़कर पार्टी को मजबूत करने की हिदायत दी है। संगठन में जल्द होंगे बदलाव
सूत्रों के मुताबिक, मध्यप्रदेश कांग्रेस में जल्द ही बड़े संगठनात्मक बदलाव किए जा सकते हैं। बैठक में हरीश चौधरी ने साफ संकेत दिए हैं कि जो पदाधिकारी निष्क्रिय हैं, उन्हें हटाया जाएगा और उनकी जगह सक्रिय और जमीनी स्तर के नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। हरीश चौधरी ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश में कांग्रेस का संगठन नए रूप में खड़ा होगा और पार्टी कार्यकर्ताओं को आने वाले चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।