अतिक्रमण के 176 मामले सामने आए
विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 2021-2022 में वन भूमि पर अतिक्रमण के 39 मामले सामने आए थे, जबकि 2022-23 में भू-माफिया के खिलाफ विभाग की सख्ती के चलते अतिक्रमण के मामले कम हो गए थे, लेकिन प्रदेश में राज बदलने के बाद भू-माफिया फिर सक्रिय हो गए।सट्टा ऐप और कॉल सेंटर से ठगी, घर बैठे मोटी कमाई का लालच देती थी 10 लड़कियां, पुलिस ने लिया एक्शन
2023-24 में कोटा जिले में वन भूमि पर अतिक्रमण के 176 मामले सामने आए हैं। इसमें 134.48 हैक्टेयर वन भूमि पर भू-माफिया ने अवैध कब्जे कर लिए हैं। वन भूमि पर सर्वाधिक अवैध कब्जे के मामले लाडपुरा रेंज में सामने आए। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले में करीब एक लाख बीघा से अधिक वन भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है।वन भूमि पर प्रभावशाली लोगों की नजर
कोटा शहर में वन भूमि शहरी क्षेत्र में आ चुकी है। इस कारण अब वन भूमि बेशकीमती हो गई है। इसके चलते प्रभावशाली लोगों ने भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे कर रखे हैं। किसी ने फार्म हाउस बना रखा है तो किसी ने पत्थरों की कच्ची दीवारें बनाकर खेती करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों वन विभाग ने कांग्रेस नेता अमीन पठान की ओर से सरकारी जमीन पर बनाया गया फार्म हाउस और क्रिकेट अकेडमी को तोड़कर अपने कब्जे में लिया था।सख्त एक्शन होगा
वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से समय-समय पर निरंतर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। जल्द ही अतिक्रमण के संबंध में पूरी जानकारी लेकर सख्त कार्रवाई करेंगे।कांग्रेस प्रदेश महासचिव की अवैध क्रिकेट अकेडमी पर चला पीला पंजा, पुलिस प्रशासन ने मौके पर की 5 घंटे कार्रवाई
कोटा वन मंडल में भूमि पर अतिक्रमण की स्थितिवर्ष – मामले – जमीन 2019-20 – 221 – 87.405 2020.21 – 205 – 138.195 2021.22 – 39 – 7.609