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कोटा

स्कूटर हटाने की बात पर मैकेनिक की बेरहमी से हत्या, तीन मासूम बच्चे अब भी कर रहे पापा का इंतजार

मतृक सुरेंद्र दो भाइयों में बड़ा था और पिछले 3-4 साल से मैकेनिक के तौर पर काम कर रहा था। उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं, दो बेटियां और एक बेटा।

कोटाApr 11, 2025 / 07:23 pm

Rakesh Mishra

murder in kota
राजस्थान के कोटा के महावीर नगर थाना क्षेत्र में मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। अहिंसा सर्किल के पास एक मैकेनिक की दुकान के बाहर खड़े स्कूटर को हटाने को लेकर शुरू हुए झगड़े में कार सवार बदमाशों ने दुकानदार और उसके नौकर पर डंडों व धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में दुकानदार का नौकर सुरेंद्र जाटव गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गई।

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वहीं दुकान मालिक इश्तियाक मोहम्मद को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डीएसपी मनीष शर्मा ने बताया कि घटना में मृतक सुरेन्द्र का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। हालांकि परिजनों ने पहले शव को लेने से मना कर दिया था, लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद में परिजनों ने शव को मोर्चरी से उठा लिया।

हमले का सीसीटीवी वीडियो हुआ वायरल

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दुकान के बाहर स्कूटर खड़ा था। कार में सवार कुछ युवकों ने स्कूटर हटाने को कहा, जिस पर कहासुनी शुरू हो गई। कहासुनी बढ़ते-बढ़ते झगड़े में बदल गई और कार सवार युवकों ने हमला कर दिया। हमले में सुरेंद्र गंभीर रूप से घायल हुआ और उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी। वही इश्तियाक अहमद घायल हो गया था, जिसका न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।

मृतक के परिजनों ने 4 घंटे दिया धरना

सुरेंद्र जाटव के परिजनों ने शुक्रवार को न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के गेट नंबर 4 पर धरना दिया। परिजनों की मांग थी कि परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए, सुरेंद्र की पत्नी को नौकरी मिले और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। धरना सुबह 10 बजे शुरू हुआ और दोपहर 2 बजे तक चला। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस महासचिव राखी गौतम शामिल हुईं। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए प्रशासन से न्याय की मांग की।

परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब

सुरेंद्र दो भाइयों में बड़ा था और पिछले 3-4 वर्षों से मैकेनिक के तौर पर काम कर रहा था। उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं, दो बेटियां और एक बेटा। एडिशनल एसपी दिलीप सैनी के अनुसार सुरेंद्र पर हाउस लोन भी चल रहा था और परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है। परिजनों ने लोन की पेनल्टी माफ करने की भी मांग की।

प्रशासन ने दिया आश्वासन

मौके पर पहुंची एडीएम कृष्णा शुक्ला ने परिजनों से बातचीत कर सहमति बनाई। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि सरकारी योजनाओं के तहत पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलवाई जाएगी, सुरेंद्र की पत्नी को प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से नौकरी दिलवाने की कोशिश की जाएगी और बैंक से बातचीत कर पेनल्टी माफ करवाई जाएगी। पुलिस ने कहा कि आरोपियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
डीएसपी मनीष शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में स्कूटर हटाने को लेकर ही विवाद हुआ था। इस हत्या के पीछे अभी तक और कोई भी कारण सामने नहीं आया है। पुलिस हर पहलू में जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है। कार नंबर के आधार पर जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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