फेस ऑथेंटिकेशन से आसान होगा आधार वेरिफिकेशन
इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि अब पहचान के लिए सिर्फ आपका चेहरा ही काफी है। ऐप में फेस आईडी ऑथेंटिकेशन फीचर दिया गया है, जिससे आपका आधार वेरिफिकेशन अब उतना ही आसान हो गया है जितना कि UPI से पैसे भेजना। इसका मतलब ये है कि किसी होटल में चेक-इन करते वक्त, या किसी सरकारी प्रक्रिया में आधार की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं रहेगी। केवल अपने मोबाइल ऐप से QR कोड स्कैन करिए और वेरिफिकेशन हो जाएगा।
डेटा पर रहेगा आपका कंट्रोल
नई टेक्नोलॉजी के साथ सबसे बड़ी चिंता होती है डेटा प्राइवेसी की, लेकिन इस ऐप में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें वेरिफिकेशन केवल आपकी इजाजत से ही होगा और आप तय कर सकेंगे कि कौन सा डेटा शेयर करना है और कौन सा नहीं। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस ऐप से न केवल आपका डेटा सुरक्षित रहेगा, बल्कि आपकी जेब भी हल्की रहेगी, क्योंकि अब फिजिकल कार्ड की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
UIDAI और सरकार की संयुक्त पहल
यह ऐप UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के साथ मिलकर तैयार किया गया है। इसमें इंस्टेंट वेरिफिकेशन के लिए एक यूनिक QR कोड दिया गया है, और फेस ऑथेंटिकेशन रियल-टाइम में काम करता है। यानि वेरिफिकेशन में अब किसी भी प्रकार की देरी नहीं होगी। ये भी पढ़ें- Jio यूजर्स के लिए खुशखबरी! सिर्फ ₹10 रोज में पाएं 2GB डेटा, अनलिमिटेड कॉलिंग, फ्री OTT एक्सेस और IPL 2025 का फुल मजा! फिलहाल बीटा वर्जन में उपलब्ध
यह ऐप इस समय बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे आम जनता के लिए भी रोल आउट किया जाएगा। लॉन्च इवेंट के दौरान,आईटी मंत्री ने कहा कि ये ऐप आधार को डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।